गाजा संकट: इस्राइली हमले में कर्मचारी की मौत, संयुक्त राष्ट्र ने स्टाफ कम करने का फैसला
गाजा में जारी संघर्ष के बीच संयुक्त राष्ट्र ने अपने कर्मचारियों की संख्या घटाने का निर्णय लिया है। यह फैसला उस घटना के बाद लिया गया, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के एक परिसर पर हुए हमले में एक कर्मचारी की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। संयुक्त राष्ट्र ने इस हमले के लिए इस्राइल को जिम्मेदार ठहराया है, हालांकि इस्राइली सेना ने इन आरोपों को खारिज किया है।
गाजा में संयुक्त राष्ट्र की उपस्थिति होगी सीमित
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता ने बताया कि 19 मार्च को मध्य गाजा में स्थित संयुक्त राष्ट्र के गेस्ट हाउस में एक विस्फोट हुआ था। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, यह हमला इस्राइली टैंक द्वारा किया गया था। सुरक्षा कारणों को देखते हुए अब संयुक्त राष्ट्र गाजा में अपने स्टाफ की संख्या को सीमित करने पर विचार कर रहा है, हालांकि वहां मानवीय आवश्यकताएं लगातार बढ़ रही हैं। इस फैसले के तहत संयुक्त राष्ट्र अपने सौ अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों में से एक-तिहाई को हटा देगा, जबकि 13,000 से अधिक स्थानीय कर्मचारी अब भी वहां काम करते रहेंगे।
गाजा में जरूरी आपूर्ति पर रोक
इस्राइल ने गाजा में भोजन, ईंधन, दवाइयां और अन्य आवश्यक आपूर्ति को पिछले तीन हफ्तों से पूरी तरह बंद कर रखा है। इस्राइल ने हाल ही में अपना सैन्य अभियान फिर से शुरू किया, जिससे सैकड़ों फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। जनवरी के मध्य में लागू संघर्षविराम अब टूट चुका है। इस्राइल का कहना है कि वह हमास पर दबाव बना रहा है, ताकि संघर्षविराम की नई शर्तों को स्वीकार किया जाए और बंधकों को रिहा किया जाए।
संयुक्त राष्ट्र सेवाओं पर असर
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने जानकारी दी कि सुरक्षा चिंताओं और इस्राइल द्वारा गाजा को खाली करने के आदेश के चलते कई सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। इसके कारण शिक्षा, स्वच्छता और जल आपूर्ति जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। पानी पहुंचाने वाले ट्रकों की आवाजाही बाधित हो गई है, और 237 में से केवल 29 अस्थायी शिक्षण केंद्र ही दोबारा खोले जा सके हैं।
पहले भी हो चुके हैं हमले
गाजा में संयुक्त राष्ट्र परिसर पर हुए हमले में 51 वर्षीय बुल्गारियाई कर्मचारी की मौत हो गई थी। वे संयुक्त राष्ट्र परियोजना सेवा कार्यालय से जुड़े थे। इस हमले से पहले भी दो बार इस परिसर के पास विस्फोट हो चुके थे। संयुक्त राष्ट्र ने पहले हमले के बाद इस्राइली सेना को इस केंद्र की स्थिति की जानकारी दी थी, लेकिन उसके बावजूद हमला हुआ।
संयुक्त राष्ट्र ने इस पूरी घटना को गंभीरता से लिया है और गाजा में अपनी उपस्थिति सीमित करने का कठिन फैसला किया है। वहीं, इस्राइल ने अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।