डोनाल्ड ट्रंप के उद्घाटन भाषण में तथ्यहीन दावे
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद अपने उद्घाटन भाषण में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की। उन्होंने पनामा नहर, महंगाई, इमिग्रेशन और अपराध जैसे मुद्दों पर बड़े दावे किए। हालांकि, उनकी कुछ बातें तथ्यों से मेल नहीं खातीं और कुछ मामलों में वे भ्रामक साबित हुईं। रिपोर्ट के अनुसार, उनके भाषण में किए गए कई दावे असत्य थे या फिर उन्हें गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया था।
कैच एंड रिलीज नीति पर गलत दावा
ट्रंप ने अपने भाषण में ‘कैच एंड रिलीज’ नीति को समाप्त करने का वादा किया। उनका कहना था कि वे दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करेंगे और लाखों अवैध अप्रवासियों को अमेरिका से वापस भेजेंगे। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ‘कैच एंड रिलीज’ कोई विशिष्ट नीति नहीं है, बल्कि यह एक सामान्य प्रथा थी, जो अब इस्तेमाल नहीं हो रही है। इसके अलावा, ट्रंप ने इसे खत्म करने की बात कही, लेकिन इस पर कोई स्पष्ट आदेश या योजना नहीं दी गई है।
पनामा नहर पर असत्य दावा
ट्रंप ने अपने भाषण में पनामा नहर के बारे में एक और विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि पनामा नहर के निर्माण के दौरान 38,000 अमेरिकियों की मौत हुई और वर्तमान में यह नहर चीन द्वारा संचालित की जा रही है। हालांकि, यह जानकारी गलत थी। वास्तविकता यह है कि पनामा नहर के निर्माण में 5,600 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से अधिकांश कैरेबियन के मजदूर थे। इसके अलावा, पनामा नहर के प्रशासक ने स्पष्ट किया कि चीन नहर का संचालन नहीं कर रहा है। हांगकांग के एक कंसोर्टियम ने 1997 में बोली जीती थी और वर्तमान में अमेरिकी और ताइवान की कंपनियां भी नहर के आसपास के बंदरगाहों का संचालन कर रही हैं।
मुद्रास्फीति पर गलत जानकारी
ट्रंप ने अपने भाषण में यह दावा किया कि अमेरिका में मुद्रास्फीति ‘रिकॉर्ड स्तर’ पर पहुंच चुकी है और इसका कारण अत्यधिक खर्च और बढ़ती ऊर्जा कीमतें हैं। हालांकि, यह दावा भी सही नहीं था। हां, यह सच है कि 2022 की गर्मियों में मुद्रास्फीति 9.1% तक पहुंच गई थी, जो पिछले चार दशकों में सबसे उच्चतम स्तर था। लेकिन अमेरिका में मुद्रास्फीति की दर जून 1920 में 23.7% थी, जो कि अब तक का सबसे उच्चतम स्तर था। दिसंबर 2022 तक, मुद्रास्फीति गिरकर 2.9% हो गई थी, जो ट्रंप के दावे से बिल्कुल विपरीत है।
सच्चाई और राजनीति
डोनाल्ड ट्रंप के उद्घाटन भाषण में किए गए कई दावे राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन इन दावों में तथ्यों की कमी थी। यह दर्शाता है कि किसी भी राजनीतिक नेता के द्वारा किए गए वादों और दावों को बारीकी से जांचने की आवश्यकता होती है। अगर तथ्यों के साथ मेल नहीं खातीं, तो ऐसे दावे जनता को भ्रमित कर सकते हैं और उन्हें वास्तविक स्थिति से दूर ले जा सकते हैं।