ट्रंप की चेतावनी: भारत को रूस से तेल खरीदने पर देना होगा ज्यादा टैरिफ
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को लेकर एक तीखी चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा है कि यदि भारत रूस से तेल की खरीदारी जारी रखता है, तो उसे भारी भरकम टैरिफ देना पड़ेगा। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर यह बात साफ-साफ लिखी कि भारत न केवल रूस से तेल खरीद रहा है, बल्कि उसे खुले बाजार में ज्यादा मुनाफे के लिए बेच भी रहा है।
रूस से तेल खरीद पर जताई नाराजगी
डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया कि भारत रूस-यूक्रेन युद्ध में मानवीय त्रासदी को नजरअंदाज करते हुए अपने आर्थिक फायदे के लिए तेल का व्यापार कर रहा है। ट्रंप ने भारत और चीन दोनों पर निशाना साधा और कहा कि ऐसे देशों पर जल्द ही 500% तक टैरिफ लगाया जा सकता है। उन्होंने यह संकेत भी दिया कि यह प्रस्ताव जुलाई 2025 में अमेरिकी सीनेट में पेश किया जाएगा।
1 अगस्त से लागू हुआ 25% टैरिफ
ट्रंप ने घोषणा की है कि 1 अगस्त 2025 से भारत पर 25% टैरिफ लागू कर दिया गया है। इसके अलावा उन्होंने अतिरिक्त पेनल्टी की भी बात कही है, खासतौर पर तेल और हथियारों की खरीद को लेकर। हालांकि यह टैरिफ अप्रैल में घोषित 26% से थोड़ा कम है, लेकिन फिर भी इसके असर से इनकार नहीं किया जा सकता।
भारत की प्रतिक्रिया और व्यापारिक रणनीति
भारत सरकार ने इस टैरिफ के प्रभाव का अध्ययन शुरू कर दिया है। वाणिज्य मंत्रालय अमेरिकी टैरिफ के असर का आंकलन कर रहा है। भारत ने अभी तक कृषि, डेयरी और फसलों को व्यापार समझौते में शामिल करने से मना किया है। हालांकि भारत ने अमेरिका के मोटरबाइक और व्हिस्की पर टैरिफ कम किया है। अब तक भारत और अमेरिका के बीच 5 दौर की व्यापार वार्ता हो चुकी है और छठा दौर अगस्त 2025 में तय है।
भारत ने WTO में अमेरिकी टैरिफ को चुनौती देने और जवाबी शुल्क लगाने का विकल्प भी खुला रखा है। इसके तहत भारत उन वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ा सकता है जिनसे अमेरिकी व्यापार को नुकसान पहुंचे।
टैरिफ का असर: नुकसान किसे?
टैरिफ का असर भारत के निर्यात पर सीधा पड़ सकता है। अमेरिका को दवाओं, कपड़ों, ऑटो पार्ट्स और रत्नों का निर्यात प्रभावित हो सकता है। खासतौर पर 50% कॉपर टैरिफ से भारत के 360 मिलियन डॉलर के निर्यात को झटका लगेगा। टेक्सटाइल और गारमेंट सेक्टर में कीमतें बढ़ने से अमेरिका में मांग घट सकती है।
भारत की GDP पर भी इसका असर पड़ेगा। मौजूदा अनुमान के अनुसार GDP 6.6% से घटकर 6.4% हो सकती है। बता दें, भारत और अमेरिका के बीच 2024-25 में कुल \$131.8 बिलियन का व्यापार हुआ, जिसमें से \$86.5 बिलियन निर्यात और \$45.3 बिलियन आयात रहा। ऐसे में ट्रंप का यह टैरिफ भारत के लिए बड़ी चिंता का विषय बन सकता है।