ऑपरेशन सिंदूर पर अमेरिकी प्रतिक्रिया: ट्रंप बोले – पता था कुछ बड़ा होने वाला है
भारत द्वारा पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक की गूंज अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुनाई देने लगी है। इस कार्रवाई को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया है कि उन्हें पहले से ही अंदेशा था कि कुछ बड़ा होने वाला है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि यह तनाव जल्दी खत्म हो जाएगा।
ट्रंप ने जताई उम्मीद – “यह संघर्ष जल्द खत्म होगा”
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप से जब भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “हमने जैसे ही ओवल ऑफिस में कदम रखा, हमें इस ऑपरेशन की जानकारी मिली। पिछले अनुभवों और घटनाओं के आधार पर हमें अंदाजा था कि कुछ होने जा रहा है।” ट्रंप ने कहा, “भारत और पाकिस्तान वर्षों से संघर्ष करते आ रहे हैं। मैं सिर्फ यही चाहता हूं कि यह सब जल्द खत्म हो।”
भारत और अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों के बीच चर्चा
भारत की ओर से की गई इस बड़ी सैन्य कार्रवाई के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से संपर्क किया। भारतीय दूतावास की जानकारी के अनुसार, डोभाल ने हमले के तुरंत बाद अमेरिकी अधिकारियों से बात की और स्थिति से अवगत कराया। इसके अलावा, भारत ने ब्रिटेन, रूस, यूएई और सऊदी अरब जैसे प्रमुख देशों से भी संपर्क किया।
पाकिस्तान ने खुद दी एयर स्ट्राइक की पुष्टि
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने स्वीकार किया कि भारतीय वायुसेना द्वारा दागी गई मिसाइलों ने गुलाम जम्मू-कश्मीर के कोटली, मुजफ्फराबाद और पंजाब प्रांत के बहावलपुर को निशाना बनाया। इन हमलों में तीन लोगों की मौत हुई और बारह अन्य घायल हुए हैं।
भारतीय सेना के टारगेट पर आतंकियों के ठिकाने
सेना सूत्रों के अनुसार, भारत ने पीओके के कोटली, बाग और मुजफ्फराबाद में पांच अहम आतंकवादी ठिकानों पर निशाना साधा। इसके अलावा, बहावलपुर और मुरीदके जैसे इलाकों में भी हमले किए गए। बताया गया है कि बहावलपुर के अहमद ईस्ट इलाके में स्थित एक मस्जिद – सुभानउल्लाह मस्जिद – भी इन हमलों की चपेट में आई।
पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र किया बंद
इन हमलों के बाद पाकिस्तान सरकार ने तुरंत 48 घंटे के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। अब कोई भी हवाई यातायात इन क्षेत्रों में नहीं हो सकेगा। यह कदम वहां की सरकार ने सुरक्षा कारणों से उठाया है, ताकि किसी संभावित भारतीय कार्रवाई से बचा जा सके।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता और समर्थन
जहां एक ओर भारत की इस कार्रवाई को लेकर कुछ देशों में चिंता जताई जा रही है, वहीं कई देश भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को भी जायज़ ठहरा रहे हैं। अमेरिका सहित कई देश इस संघर्ष के जल्दी खत्म होने की उम्मीद जता रहे हैं।