ट्रंप ने किया भारत-पाक संघर्ष रोकने का दावा, मोदी बोले- नहीं चाहिए कोई मध्यस्थता
इज़रायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोकने में अहम भूमिका निभाई है। साथ ही ट्रंप ने यह भी कहा कि वह पाकिस्तान से प्यार करते हैं और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी अच्छी बातचीत हुई है।
ट्रंप बोले – “मैंने युद्ध रुकवाया, मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं”
डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया। मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं। पीएम मोदी एक शानदार इंसान हैं। मैंने उनसे कल रात बात की और हम जल्द ही भारत के साथ एक व्यापार समझौता करेंगे।” ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब इज़रायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है और दुनिया पहले ही कई क्षेत्रों में युद्ध के खतरे से जूझ रही है।
भारत की प्रतिक्रिया – “मध्यस्थता की जरूरत नहीं”
ट्रंप के इस बयान पर भारत की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है। भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उसे किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप से हुई बातचीत में यह बात साफ तौर पर रखी कि भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) स्तर पर सीधी बातचीत हुई थी। इसी बातचीत में दोनों देशों ने संघर्ष विराम बनाए रखने पर सहमति जताई थी।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि पीएम मोदी ने ट्रंप को यह समझाया कि भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य गतिविधियों को रोकने के लिए कोई बाहरी हस्तक्षेप नहीं हुआ, बल्कि यह निर्णय दोनों देशों के बीच आपसी संवाद के आधार पर लिया गया था।
35 मिनट की बातचीत में व्यापार और क्षेत्रीय मसलों पर चर्चा
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच लगभग 35 मिनट तक फोन पर बातचीत हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की। ट्रंप ने यह भी उम्मीद जताई कि वे जल्द ही भारत के साथ एक व्यापार समझौता कर सकते हैं, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा।
कांग्रेस ने उठाए ट्रंप के दावों पर सवाल
डोनाल्ड ट्रंप के इन बयानों पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। पार्टी ने कहा कि ट्रंप बार-बार यह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका, जबकि प्रधानमंत्री मोदी इस विषय पर चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार को इस मुद्दे पर साफ-साफ जवाब देना चाहिए कि अमेरिका की इसमें कोई भूमिका थी या नहीं।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर भारत-पाक संबंधों और अमेरिका की भूमिका को लेकर नई बहस छेड़ दी है। वहीं, भारत की स्थिति स्पष्ट है कि वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता और द्विपक्षीय मामलों को खुद सुलझाने में सक्षम है।