Stock market Crashed: शेयर मार्केट में आए उतार के बाद सेंसेक्स 1190 अंक टूटा तो वहीँ निफ्टी 360 अंक नीचे लुढ़का ।
व्यापार युद्ध की आशंका और बाजार पर असर
Stock market Crashed अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चीनी उत्पादों पर 10% शुल्क और मैक्सिको व कनाडा से आयात पर 25% कर लगाने की टिप्पणी से बाजार में चिंता बढ़ गई है। ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान भारत को “बड़ा व्यापार उल्लंघनकर्ता” करार दिया था, जिससे अमेरिका-भारत व्यापार तनाव की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि भारत पर इसका सीमित प्रभाव होगा।
मॉर्गन स्टेनली के मुख्य एशिया अर्थशास्त्री चेतन अह्या ने कहा कि भारत, चीन जैसी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में टैरिफ के जोखिम से कम प्रभावित होगा। उन्होंने कहा, “भारत में संरचनात्मक मजबूती और नीतिगत निरंतरता से टैरिफ का असर कम हो सकता है।” अनुमान है कि 10% टैरिफ बढ़ोतरी से भारत की जीडीपी वृद्धि में 30 आधार अंकों की गिरावट हो सकती है।
अमेरिकी फेड की दरों में कटौती पर सतर्क रुख
भारतीय बाजारों ने अमेरिकी मुद्रास्फीति आंकड़ों पर भी प्रतिक्रिया दी। फेडरल रिजर्व ने दरों में तत्काल कटौती की संभावना से इनकार किया है। अक्टूबर में कोर पीसीई मूल्य सूचकांक 2.8% बढ़ा, जिससे ब्याज दरें स्थिर रहने की संभावना बढ़ गई। मजबूत उपभोक्ता खर्च और Q3 यूएस जीडीपी वृद्धि ने फेड के कड़े रुख को और मजबूत किया। बढ़ती ब्याज दरों के कारण आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों पर दबाव देखा गया।
एशियाई बाजारों पर मंदी का असर
चीनी बाजारों में कमजोरी और बीजिंग की प्रमुख नीति बैठक से पहले निवेशकों की सतर्कता ने एशियाई बाजारों में गिरावट को बढ़ा दिया। हांगकांग और मुख्य भूमि के शेयर बाजारों में भारी गिरावट ने समग्र क्षेत्रीय दृष्टिकोण को प्रभावित किया।
रूस-यूक्रेन तनाव से निवेशकों में घबराहट
एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस द्वारा यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे पर बड़े पैमाने पर हमला भी निवेशकों की धारणा पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। मिसाइल और ड्रोन से किए गए इन हमलों ने कई शहरों को प्रभावित किया है, जिससे इस महीने यह दूसरा बड़ा हमला बन गया है।