थाईलैंड और कंबोडिया में सैन्य टकराव, कौन है ज्यादा ताकतवर?
सीमा विवाद से फिर आमने-सामने आए थाईलैंड और कंबोडिया
दक्षिण-पूर्व एशिया के दो देशों—थाईलैंड और कंबोडिया—के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। दोनों देश प्राचीन प्रीह विहार मंदिर को लेकर पुराने सीमा विवाद में उलझे हैं। हाल में इस विवाद ने सैन्य संघर्ष का रूप ले लिया, जिसमें दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हमला करने का आरोप लगाया। थाईलैंड ने आरोप लगाया कि कंबोडिया ने ड्रोन से हमला किया, जिसके जवाब में उसने F-16 फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया। कंबोडिया ने भी पलटवार करते हुए MLRS रॉकेट सिस्टम से जवाब दिया।
सैन्य संघर्ष से हालात गंभीर
इस संघर्ष के चलते अब तक लगभग 40,000 लोग अपने घर छोड़कर भागने पर मजबूर हो चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस झड़प में अब तक 9 लोगों की मौत और 14 घायल हो चुके हैं। सवाल उठता है कि अगर युद्ध छिड़ता है तो कौन सा देश ज्यादा शक्तिशाली होगा?
ग्लोबल फायरपावर रैंकिंग में थाईलैंड आगे
ग्लोबल फायरपावर 2025 की रैंकिंग के अनुसार थाईलैंड दुनिया की 24वीं सबसे ताकतवर सेना है, जबकि कंबोडिया 83वें स्थान पर है। थाईलैंड के पास लगभग 3,60,000 सक्रिय सैनिक हैं और 2 लाख रिजर्व में हैं। इसके मुकाबले कंबोडिया के पास केवल 1,70,000 सक्रिय सैनिक और 1 लाख रिजर्व सैनिक हैं।
रक्षा बजट में बड़ा अंतर
थाईलैंड का रक्षा बजट करीब 5.5 बिलियन डॉलर है जबकि कंबोडिया का मात्र 720 मिलियन डॉलर। थाईलैंड अपने विशाल बजट से अत्याधुनिक हथियार और प्रशिक्षण मुहैया करा सकता है, वहीं कंबोडिया अभी भी पुराने, सस्ते हथियारों पर निर्भर है।
वायुसेना की ताकत
थाईलैंड के पास 40–50 F-16 और ग्रिपेन फाइटर जेट्स हैं, साथ ही 100 से अधिक हेलीकॉप्टर्स भी हैं जिनमें AH-1 कोबरा जैसे अटैक हेलीकॉप्टर शामिल हैं। इसके विपरीत कंबोडिया के पास कोई फाइटर जेट नहीं है। उनके पास केवल पुराने MI-8 और Z-9 हेलीकॉप्टर हैं, जो चीन से खरीदे गए हैं। कुछ सस्ते ड्रोन भी हैं, पर उनकी उपयोगिता सीमित है।
थल सेना की क्षमता
थाईलैंड की थल सेना के पास 200+ टैंक (VT-4 और M60), 1000+ आधुनिक आर्टिलरी (M777 और HIMARS), और अत्याधुनिक MLRS सिस्टम हैं। वहीं कंबोडिया के पास सिर्फ 200 पुराने T-55 टैंक और सीमित MLRS सिस्टम हैं। उनके आर्टिलरी भी पुराने मॉडल के हैं।
नौसेना में भी थाईलैंड भारी
थाईलैंड की नौसेना के पास 1 एयरक्राफ्ट कैरियर, 7 फ्रिगेट्स, 20+ कोरवेट्स और 1 नई S26T पनडुब्बी है। वहीं, कंबोडिया के पास केवल 10 छोटे गश्ती जहाज हैं और कोई बड़ा युद्धपोत या पनडुब्बी नहीं है।
निष्कर्ष: थाईलैंड कहीं ज्यादा मजबूत
हर पहलू में—सेना की संख्या, हथियारों की गुणवत्ता, रक्षा बजट, वायुसेना, थलसेना और नौसेना की ताकत—थाईलैंड कंबोडिया से कहीं ज्यादा आगे है। यदि यह संघर्ष और बढ़ता है, तो थाईलैंड की जीत की संभावना कहीं अधिक मानी जा रही है, हालांकि दोनों देशों के लिए शांति और कूटनीति का रास्ता बेहतर होगा।