भारत में टेस्ला की एंट्री का सपना हुआ साकार
मुंबई में पहला शोरूम और Model Y लॉन्च
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की दुनिया को एक नई दिशा मिल गई है। 15 जुलाई 2025 को टेस्ला ने आधिकारिक रूप से भारतीय बाजार में एंट्री कर ली है। कंपनी ने मुंबई में अपना पहला शोरूम खोला और साथ ही अपनी पहली कार Tesla Model Y को लॉन्च किया है। इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 59.89 लाख रुपये रखी गई है। आने वाले महीनों में कंपनी का प्लान दिल्ली-NCR और अन्य प्रमुख शहरों में भी शोरूम खोलने का है।
2016 से शुरू हुआ था इंतजार
टेस्ला की भारत में एंट्री की कहानी 2016 में शुरू हुई, जब कंपनी ने भारतीय ग्राहकों से Model Y के लिए प्री-ऑर्डर लेना शुरू किया था। उस समय से ही एलन मस्क की भारत में दिलचस्पी नजर आ रही थी। हालांकि, 100% आयात शुल्क और कुछ नीतिगत अड़चनों के कारण यह सपना अधूरा रह गया।
टैरिफ और नीतियों से बनी दीवार
2017 में एलन मस्क ने सार्वजनिक रूप से भारत में लग्जरी इलेक्ट्रिक कारों पर भारी टैक्स को टेस्ला के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताया था। टेस्ला की योजना भारत में फैक्ट्री खोलने की भी थी, लेकिन टैरिफ स्ट्रक्चर ने इसे रोक दिया।
2024 के बदलाव ने खोले दरवाज़े
साल 2024 में भारत सरकार ने SPMEPCI नीति के तहत कुछ अहम बदलाव किए, जिससे विदेशी EV कंपनियों के लिए भारत में निवेश और बिक्री आसान हो गया। इस बदलाव के बाद टेस्ला ने अपनी रणनीति तेज़ की और 2025 की शुरुआत में भारत में एंट्री के लिए कागजी प्रक्रिया शुरू की।
2025 में मिला सपनों को ठोस रूप
2025 में टेस्ला ने आखिरकार भारत में कदम रखा। कंपनी ने भारत के साथ एक ठोस व्यापारिक रणनीति बनाई है, जिसमें स्थानीय निर्माण और रोजगार सृजन की दिशा में भी काम करने की योजना है। Model Y की लॉन्चिंग के साथ ही कंपनी ने दिखा दिया है कि अब वह सिर्फ बात नहीं, बल्कि एक्शन में विश्वास करती है।
निष्कर्ष
Tesla की भारत में एंट्री केवल एक कार लॉन्च नहीं, बल्कि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के नए युग की शुरुआत है। जो काम 2016 में शुरू हुआ था, वह आज साकार हो चुका है। अब देखना यह होगा कि टेस्ला भारतीय उपभोक्ताओं के दिलों में कितनी तेजी से जगह बना पाती है और देश के EV मार्केट को किस दिशा में ले जाती है।