फतेहपुर जिले के बिंदकी कोतवाली क्षेत्र में गर्भवती छात्रा की हत्या के मामले में तीसरे दिन पकड़े गए संदिग्धों से कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। साक्ष्य जुटाने के लिए कानपुर से बुलाई गई फोरेंसिक टीम ने संदिग्ध की कार की जांच की और करीब दो घंटे तक साक्ष्य संकलन में लगी रही।
फतेहपुर के बिंदकी कोतवाली क्षेत्र में शनिवार शाम कोचिंग के लिए निकली हाईस्कूल छात्रा का शव रविवार सुबह बिंदकी बाईपास जाफराबाद गांव के पास बाग किनारे से बरामद हुआ। पुलिस ने मामले में एक सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र, उसके दोस्त, और एक परिवार के करीबी को हिरासत में लिया है प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र की कार को घटना में इस्तेमाल किए जाने का शक है, और सीडीआर के जरिए छात्रा और अधिकारी के पुत्र के बीच बातचीत की पुष्टि हुई है। जांच में कार पर कीचड़ और नंबर प्लेट छिपाने के लिए मिट्टी के इस्तेमाल का भी पता चला है।
फतेहपुर के बिंदकी सर्किल के थाने में सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र, उसके दोस्त, और परिवार के एक करीबी से पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ की जा रही है। तीनों संदिग्ध पुलिस को अलग-अलग कहानी बता रहे हैं, जिससे घटनाक्रम के तार आपस में नहीं मिल पा रहे हैं। पुलिस को संदेह है कि ये बयान हत्या से जुड़े अहम पहलुओं को छिपाने की कोशिश हो सकते हैं। पूछताछ के दौरान कई राज सामने आ रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है।
प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र की कार से साक्ष्य जुटाने के लिए कानपुर से फोरेंसिक टीम बुलाई गई, जिसने कार के डोर हैंडल, स्टेयरिंग, सीट और डैशबोर्ड से फिंगरप्रिंट के नमूने लिए हैं। एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि मामले का हर हाल में अगले 24 घंटे में खुलासा कर दिया जाएगा।

फतेहपुर छात्रा हत्याकांड में प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र ने छात्रा से संबंध होने की बात स्वीकार की है, लेकिन हत्या से इनकार किया है। पुलिस को पता चला कि उनकी बातचीत व्हाट्सएप कॉल के जरिए होती थी। डीएनए जांच के लिए छात्रा के पोस्टमार्टम में सुरक्षित रखे गए आंतरिक अवशेष लखनऊ भेजे गए हैं। मामले की जांच जारी है, और पुलिस जल्द खुलासा करने का दावा कर रही है।
शनिवार शाम कोचिंग के लिए निकली किशोरी का शव रविवार सुबह मिला। परिजनों का कहना है कि उसका बैग गायब है और हत्या का समय भोर का हो सकता है। 24 घंटे में खुलासा करने का पुलिस का वादा पूरा नहीं हो पाया है, जिससे परिजन और स्थानीय लोग परेशान हैं।
मंगलवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल किशोरी के परिजनों से मिला और घटना की जानकारी ली। कांग्रेसियों ने परिजनों को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया और सही हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान ने आर्थिक सहायता की अपील की और यह सुनिश्चित करने की बात की कि किसी निर्दोष को जल्दबाजी में न फंसाया जाए। इस मौके पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी उपस्थिति दर्ज कराई।
घटनाक्रम: किशोरी कोचिंग के लिए शाम 4:10 बजे घर से निकली, लेकिन देर शाम तक घर न लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की और पुलिस को सूचना दी। रात 11:24 बजे मुकदमा दर्ज हुआ और मोहल्ले के लोग खोज में जुटे। रविवार सुबह 7:30 बजे ग्रामीणों ने शव मिलने की सूचना दी। इसके बाद फील्ड यूनिट, एएसपी, और एसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की।