Tuesday, 14 Oct 2025
Khabrilall News
  • देश
  • मप्र-छग
  • शहडोल
  • दुनिया
  • ऑटो
  • मनोरंजन
  • टेक
  • हेल्थ
  • खेल
  • नौकरियां
  • बिजनेस
  • राशिफल
  • टूर-ट्रैवल्स
  • वेब स्टोरीज
  • खेती-किसानी
  • फैशन
  • कुकिंग
  • बायोग्राफी
  • 🔥
  • राशिफल
  • टूर-ट्रैवल्स
  • वेब स्टोरीज
  • खेती-किसानी
  • फैशन
  • कुकिंग
  • बायोग्राफी
Font ResizerAa
Khabrilall NewsKhabrilall News
  • HOME
  • राशिफल
  • टूर-ट्रैवल्स
  • वेब स्टोरीज
  • खेती-किसानी
  • फैशन
  • कुकिंग
  • बायोग्राफी
Search
  • Home
    • देश की खबरें
    • मप्र-छग
    • शहडोल
    • दुनिया की खबरें
    • ऑटोमोबाइल
    • मनोरंजन
    • टेक्नोलॉजी
    • खेल
    • नौकरियां
    • बिजनेस
    • हेल्थ
    • राशिफल
    • टूर-ट्रैवल्स
    • वेब स्टोरीज
    • खेती-किसानी
    • फैशन
    • कुकिंग
    • बायोग्राफी
Follow US
Breaking Newsदेश की खबरें

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे पर सर्वोच्च न्यायालय में मतभेद…..

सुप्रीम कोर्ट में AMU के अल्पसंख्यक दर्जे पर मतभेद, तीन न्यायाधीशों ने 1981 के आदेश को कानूनन गलत बताया और अल्पसंख्यक संस्थान के मानदंडों पर नए मापदंड सुझाए।

KhabriLall
Last updated: November 9, 2024 2:38 PM
KhabriLall
Share
Aligarh Muslim University | Minority Status | Justice Dipankar Datta
SHARE
Highlights
  • सुप्रीम कोर्ट में एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर मतभेद उभरे, तीन न्यायाधीशों ने संदर्भ को कानूनन गलत ठहराया।
  • जस्टिस दीपांकर दत्ता ने स्पष्ट रूप से कहा कि एएमयू अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान नहीं है।
  • जस्टिस कांत ने कहा कि दो जजों की पीठ को 7 जजों की पीठ के लिए मामले का संदर्भ देने का अधिकार नहीं है, यह मुख्य न्यायाधीश का कार्य है।
  • जस्टिस कांत, दत्ता और शर्मा ने 1981 के आदेश को गलत ठहराया, जिसमें एस. अजीज बाशा के मामले को 7 जजों की पीठ के पास भेजने की बात की गई थी।

Aligarh Muslim University के मामले में बहुमत और असहमति, न्यायमूर्ति दत्ता ने कहा- AMU अल्पसंख्यक संस्थान नहीं

Aligarh Muslim University (AMU) के अल्पसंख्यक दर्जे के मामले में जहां बहुमत ने इस संदर्भ को उचित माना, वहीं जस्टिस कांत और जस्टिस दत्ता ने अपनी असहमति में, और जस्टिस एस सी शर्मा ने अपने अलग निर्णय में इसे कानून की दृष्टि से गलत ठहराया। जस्टिस दत्ता ने स्पष्ट रूप से कहा कि एएमयू एक अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान नहीं है।

तीन असहमति जताने वाले जजों की राय

तीन असहमति जताने वाले जजों में, जस्टिस सुर्या कांत, दीपांकर दत्ता और एस सी शर्मा का मानना था कि 1981 में दो जजों की पीठ द्वारा एस. अजीज बाशा बनाम भारत सरकार (1967) मामले का संदर्भ गलत था। जस्टिस कांत के अनुसार, यह संदर्भ “कई गैरकानूनीताओं” से प्रभावित था।

अंजुमन-ए-रहमानिया केस में एस. अजीज बाशा पर सवाल

अंजुमन-ए-रहमानिया बनाम डिस्ट्रिक्ट इंस्पेक्टर ऑफ स्कूल्स (1981) मामले में दो जजों की पीठ ने वीएमएचएस रहमानिया इंटर कॉलेज के अल्पसंख्यक दर्जे पर फैसला करते हुए एस. अजीज बाशा के निर्णय की सत्यता पर संदेह जताया। कोर्ट ने कहा था कि यह मामला कम से कम 7 जजों की पीठ के समक्ष सुना जाए ताकि एस. अजीज बाशा के मामले पर पुनर्विचार हो सके।

“खबरीलाल न्यूज़ में यह भी पढ़ें” जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हुआ हंगामा,

अल्पसंख्यक संस्थान के लिए प्रशासनिक नियंत्रण की आवश्यकता

जस्टिस कांत ने कहा कि अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान का दर्जा पाने के लिए यह साबित करना जरूरी है कि उस संस्थान का प्रशासनिक नियंत्रण अल्पसंख्यक समुदाय के पास है। बहुमत ने इसे अनावश्यक बताया था।

न्यायमूर्ति दत्ता की चेतावनी

जस्टिस दत्ता ने बहुमत की राय को खारिज करते हुए कहा कि इससे खतरनाक मिसाल बनेगी। उन्होंने केसवानंद भारती बनाम केरल राज्य (1973) के उदाहरण का हवाला दिया और कहा कि “कल को दो जजों की पीठ कह सकती है कि मुझे ‘बेसिक स्ट्रक्चर’ पर संदेह है और इसे 15 जजों की पीठ के समक्ष भेजा जाना चाहिए।”

2019 के संदर्भ पर जस्टिस दत्ता की टिप्पणी

जस्टिस दत्ता ने कहा कि 2019 में एएमयू बनाम नरेश अग्रवाल के मामले में 7 जजों की पीठ को संदर्भित करने के आदेश में पी ए इनामदार बनाम महाराष्ट्र राज्य (2005) और इस्लामिक एकेडमी ऑफ एजुकेशन बनाम कर्नाटक राज्य (2003) जैसे दो संविधान पीठ मामलों का उल्लेख नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इन मामलों में अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थानों के मानदंड तय नहीं करने की जरूरत महसूस नहीं की गई थी।

न्यायमूर्ति एस सी शर्मा की व्यक्तिगत राय

जस्टिस एस सी शर्मा ने अपने व्यक्तिगत राय में कहा कि 1981 में सीधे 7 जजों की पीठ को मामला भेजना सही नहीं था। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक छात्रों के लिए एएमयू को “सुरक्षित स्थान” बताना गलत है, क्योंकि ऐसी संस्थाएं राष्ट्रीय महत्त्व की होती हैं और सभी समुदायों के लिए शिक्षा केंद्र का काम करती हैं।

अल्पसंख्यक संस्थान की स्थापना के लिए न्यायमूर्ति शर्मा के मापदंड

जस्टिस शर्मा ने अल्पसंख्यक संस्थान की पहचान के लिए कुछ व्यापक मापदंड तय किए। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय को संस्थान की स्थापना में प्रमुख भूमिका निभानी चाहिए और प्रशासनिक मामलों में अंतिम अधिकार भी उसी समुदाय के पास होना चाहिए।

TAGGED:Aligarh Muslim UniversityJustice DuttaJustice KantMinority StatusSupreme Court Verdict
Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp Copy Link
By KhabriLall
Follow:
**खबरी लाल: हमारे समाचार लेखक** खबरी लाल, हमारे प्रमुख समाचार लेखक, हर रोज़ ताज़ा और सटीक जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी गहरी समाचार साक्षात्कार और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण ने उन्हें समाचार उद्योग में एक विश्वसनीय नाम बना दिया है। वे घटनाओं की गहन समझ और तत्परता के साथ त्वरित अपडेट्स देने के लिए जाने जाते हैं, जिससे पाठकों को हर पल की महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने 'खबरी लाल' को एक प्रमुख समाचार स्रोत बना दिया है।
Previous Article CJI DY Chandrachud | Farewell Speech | Indian Judiciary CJI DY Chandrachud की विदाई: ‘अब ट्रोलर्स हो जाएंगे बेरोजगार’….
Next Article Maharashtra Election Campaign | PM Modi | Dhule | Criticism धुले में प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र चुनाव प्रचार का आगाज किया, कांग्रेस पर साधा निशाना…
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
InstagramFollow
YoutubeSubscribe

Popular Posts

“ट्रॉफी ठुकराकर टीम इंडिया ने दिया बड़ा संदेश”

एशिया कप 2025: पाकिस्तान को हराने के बाद ट्रॉफी विवाद में घिरी टीम इंडिया एशिया…

By Talat Shekh September 29, 2025

“दिल्ली में उमस, मुंबई-ओडिशा में भारी बारिश का अलर्ट – राजस्थान-हिमाचल से मॉनसून विदा”

दिल्ली-एनसीआर में उमस और गर्मी 27 सितंबर 2025 को दिल्ली-एनसीआर में लोगों को उमस भरी…

By Talat Shekh September 27, 2025

“भारत ने पहली बार रेल से अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया”

भारत ने पहली बार रेल से अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया नई दिल्ली:…

By Talat Shekh September 25, 2025

“ट्रंप की नीतियों से खतरे में भारत-अमेरिका की 25 साल पुरानी रणनीतिक साझेदारी”

खबर: ट्रंप की नीतियों से खतरे में पड़ सकती है भारत-अमेरिका की 25 साल पुरानी…

By Talat Shekh September 12, 2025

देशव्यापी आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश: छह राज्यों में NIA की बड़ी कार्रवाई, स्लीपर सेल बनाने की साजिश बेनकाब

देशव्यापी आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने देश के छह राज्यों में…

By Talat Shekh September 8, 2025

You Might Also Like

Main Breaking Newsदेश की खबरें

“भारत-इजरायल रक्षा साझेदारी मजबूत: यूरोप के पीछे हटने के बीच हथियार निर्यात में बढ़त”

By Talat Shekh
Main Breaking Newsदेश की खबरें

“दिल्ली में दिवाली तोहफ़ा: पानी के पुराने बिलों पर लेट फीस और जुर्माना माफ़ करने की तैयारी”

By Talat Shekh
Breaking NewsMain Breaking Newsदेश की खबरें

पंजाब से दिल्ली तक बाढ़ का कहर, पीएम मोदी करेंगे प्रभावित राज्यों का दौरा

By Talat Shekh
Breaking Newsमनोरंजन

शिल्पा शेट्टी के रेस्टोरेंट बंद होने पर राज कुंद्रा का क्रिप्टिक पोस्ट वायरल

By Talat Shekh
Khabrilall News

खबरीलाल एक प्रमुख डिजिटल मीडिया संस्थान है, जिसका उद्देश्य अपने दर्शको व पाठकों को  डिजिटल प्लेट फॉर्म में सबसे तेज़, विश्वसनीय और निष्पक्ष खबरें प्रदान करना है । हमारी टीम देश-विदेश की हर छोटी-बड़ी घटना की सटीक जानकारी आप तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। राजनीति , खेल, मनोरंजन,शिक्षा समेत हेर क्षेत्र की खबर व ताजा रिपोर्ट देना ही  खबरीलाल का मकसद है । हम आपके विश्वास और समर्थन को सर्वोपरि मानते हैं और इसी के तहत हम सटीक और ताजातरीन समाचारों को प्राथमिकता देते हैं। किसी भी समाचार या सुझाव के लिए हमसे संपर्क करें ।
ईमेल – 
khabrilallnews@gmail.com

समाचार से सम्बंधित किसी भी विवाद का न्यायालय क्षेत्र बुढ़ार होगा।

Top Categories
  • देश
  • मप्र-छग
  • शहडोल
  • दुनिया
  • ऑटो
  • मनोरंजन
  • टेक
  • हेल्थ
  • खेल
  • नौकरियां
  • बिजनेस
Useful Links
  • About Us
  • Contact Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Fact-Checking Policy
  • Correction Policy
Facebook Youtube Whatsapp Instagram

© Khabrilall. All Rights Reserved.

Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?