पाकिस्तान में फिर हिला धरती का सीना: कराची में महसूस किए गए तेज भूकंप के झटके
देर शाम कराची में आया तेज भूकंप
पाकिस्तान के कराची शहर में शनिवार की शाम एक बार फिर धरती कांप उठी। करीब 6:53 बजे आए इस भूकंप ने कुछ देर के लिए पूरे शहर में अफरा-तफरी मचा दी। रिक्टर स्केल पर 4.4 तीव्रता वाले इस झटके के बाद लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए।
कराची के कई इलाकों में झटकों को स्पष्ट रूप से महसूस किया गया, जिससे दहशत का माहौल बन गया।
लोग घरों से बाहर निकलकर रहे सतर्क
भूकंप के झटके जैसे ही महसूस हुए, लोगों ने घबराकर घर छोड़ दिया और सुरक्षित जगहों की तलाश में निकल पड़े। कई लोगों ने खुले मैदानों और पार्कों में जाकर शरण ली। बताया जा रहा है कि शहर के कम से कम पांच इलाकों में इन झटकों की पुष्टि हुई है।
भूकंप के डर से लोग करीब एक घंटे तक बाहर ही सड़कों पर डटे रहे। हालांकि, इस दौरान किसी के घायल या नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
15 दिन पहले भी आया था भूकंप
गौरतलब है कि करीब दो हफ्ते पहले भी कराची में ऐसे ही भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस समय भी लोगों में काफी डर देखा गया था और कई घंटों तक शहर की सड़कें लोगों की भीड़ से भरी रहीं। अब एक बार फिर वही हालात बनते नजर आए।
भूकंप की गहराई और स्थान की जानकारी
पाकिस्तान मौसम विभाग के कराची केंद्र के प्रमुख आमिर हैदर के अनुसार, शनिवार को आए इस भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी गई और इसका केंद्र 38 किलोमीटर गहराई में दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि भले ही झटके तेज थे, लेकिन किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है और शहर पूरी तरह से सुरक्षित है।
क्यों बार-बार आ रहे हैं झटके?
भूकंप के लगातार आ रहे झटकों को लेकर मौसम वैज्ञानिक आमिर हैदर ने चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि लांधी इलाके की एक प्राचीन फॉल्ट लाइन से निकलने वाली भूकंपीय ऊर्जा ही बार-बार इन झटकों की वजह बन रही है।
अगर यह ऊर्जा एक बार में पूरी तरह से निकलती है, तो भविष्य में एक बड़ा भूकंप आ सकता है, लेकिन शनिवार को ऐसा कोई गंभीर खतरा नहीं था। हालांकि, विशेषज्ञ इस पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
निष्कर्ष
पाकिस्तान के कराची शहर में एक बार फिर भूकंप के तेज झटकों ने लोगों को सतर्क कर दिया है। हालांकि इस बार भी कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन फॉल्ट लाइन की सक्रियता को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। वैज्ञानिक भी भूकंपीय गतिविधियों पर करीबी नजर रखे हुए हैं।