उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाबोधि एक्सप्रेस पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पथराव की घटना हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना सोमवार रात यमुना ब्रिज के पास उस समय हुई जब ट्रेन नई दिल्ली से बिहार के गया जा रही थी। पथराव के कारण ट्रेन में अफरातफरी मच गई और कई यात्री घायल हो गए। आरपीएफ की सूचना पर मीरजापुर स्टेशन पर ट्रेन रोकी गई, जहां घायलों का इलाज किया गया। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
रेलवे ने कहा है कि महाबोधि एक्सप्रेस पर पथराव की घटना में किसी को चोट नहीं आई। रेलवे के अनुरक्षण स्टाफ CT रविकेश यादव ने बताया कि ट्रेन के मीरजापुर स्टेशन पर प्रवेश करते समय, शाम 7:21 बजे, एक व्यक्ति ने गार्ड ब्रेक पर दक्षिण दिशा से पत्थर फेंका। गाड़ी संख्या 12397 के गार्ड मुस्ताक अहमद ने कंट्रोल को सूचित किया कि दक्षिण दिशा से अज्ञात व्यक्ति द्वारा पत्थर मारा गया था, लेकिन इस घटना में किसी यात्री को कोई चोट नहीं आई।
बता दें कि इससे पहले हाल ही में छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में ‘ट्रायल रन’ के दौरान दुर्ग-विशाखापत्तनम वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव की घटना हुई थी। इस घटना के संबंध में रेलवे सुरक्षा बल ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। रेलवे सुरक्षा बल (महासमुंद) के निरीक्षक प्रवीण सिंह धाकड़ ने जानकारी दी कि यह घटना 13 सितंबर की रात लगभग 9 बजे बागबाहरा रेलवे स्टेशन के करीब हुई, जब ट्रेन ‘ट्रायल रन’ के दौरान विशाखापत्तनम से दुर्ग लौट रही थी। धाकड़ ने बताया कि ट्रेन ‘ट्रायल रन’ के लिए दुर्ग से रवाना हुई थी और रायपुर से गुजरते हुए महासमुंद पहुंची थी।
धाकड़ ने जानकारी दी कि वापसी यात्रा के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने बागबाहरा के पास चलती ट्रेन पर पत्थर फेंका, जिससे सी2, सी4 और सी9 डिब्बों की खिड़कियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारी ने बताया कि ट्रेन में यात्रा कर रहे सुरक्षा दल ने घटना की सूचना दी, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों का एक दल मौके पर भेजा गया। इस मामले में बागबाहरा के निवासियों शिव कुमार बघेल, देवेंद्र चंद्राकर, जीतू तांडी, लेखराज सोनवानी और अर्जुन यादव को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों के अनुसार, इन सभी पांचों के खिलाफ रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 153 के तहत मामला दर्ज किया गया है।