वजन घटाने में नींद निभाती है अहम भूमिका
वजन कम करने के लिए आमतौर पर लोग डाइट और एक्सरसाइज पर ध्यान देते हैं, लेकिन एक और जरूरी पहलू है जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है – अच्छी नींद। विशेषज्ञों के अनुसार, नींद न केवल मानसिक और शारीरिक सेहत को बेहतर बनाती है, बल्कि वजन प्रबंधन में भी मदद करती है।
मेटाबॉलिज्म से लेकर क्रेविंग तक नींद का असर
जब आप सही और पर्याप्त नींद लेते हैं, तो शरीर का मेटाबॉलिज्म सुचारू रहता है, जिससे कैलोरी तेजी से बर्न होती है। लेकिन नींद की कमी से शरीर में थकान बढ़ जाती है, जिससे व्यक्ति सुस्त महसूस करता है और एक्सरसाइज करने से बचता है।
नींद की कमी और वजन बढ़ने का संबंध
नींद कम लेने वाले लोगों में मोटापा और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा ज्यादा होता है। 6 घंटे या उससे कम नींद लेने वालों का BMI सामान्य से अधिक देखा गया है। कुछ रातों की खराब नींद भी वजन को प्रभावित कर सकती है क्योंकि शरीर थका हुआ महसूस करता है और एक्टिव रहने की इच्छा कम हो जाती है।
हार्मोनल बदलाव से बढ़ती है भूख
नींद दो प्रमुख हार्मोन – लेप्टिन और घ्रेलिन को प्रभावित करती है। लेप्टिन पेट भरने का संकेत देता है, जबकि घ्रेलिन भूख बढ़ाता है। जब नींद पूरी नहीं होती, तो लेप्टिन की मात्रा घटती है और घ्रेलिन बढ़ता है, जिससे व्यक्ति को ज्यादा भूख लगती है और वह बार-बार खाने की तरफ आकर्षित होता है, खासकर जंक फूड की ओर।
खराब नींद, खराब डाइट
जब शरीर थका हुआ होता है, तो हेल्दी खाना बनाने या खाने का मन नहीं करता। ऐसे में लोग जल्दी से तैयार होने वाले फास्ट फूड और मीठे स्नैक्स की ओर आकर्षित हो जाते हैं। इससे शरीर में अनहेल्दी कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है, जो वजन बढ़ाने का बड़ा कारण है।
अच्छी नींद के लिए अपनाएं ये उपाय
- सोने से पहले कैफीन और अल्कोहल का सेवन न करें।
- मोबाइल, लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ बेडरूम से बाहर रखें।
- ठंडा, अंधेरा और शांत वातावरण बनाएं ताकि दिमाग शांत हो सके।
- हर रोज एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें।
- सोने से पहले गर्म पानी से स्नान, हर्बल चाय, योग या ध्यान करें।
निष्कर्ष
अगर आप वजन घटाने की योजना बना रहे हैं, तो सिर्फ डाइट और जिम पर भरोसा न करें। अपनी नींद को भी प्राथमिकता दें, क्योंकि बिना अच्छी नींद के वजन कम करना मुश्किल ही नहीं, असंभव भी हो सकता है।