‘दोनों ने रास्ता रोका, धमकी देकर होटल में ले गए’
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसके साथ हुई घटना कितनी भयावह थी। उसने कहा, “दोनों ने मेरा रास्ता रोका और बैग छीनकर कार में डाल दिया। फिर जबरन कार में बैठाकर मारा-पीटा। माता-पिता की हत्या करने की धमकी देकर होटल के कमरे में ले गए। बारी-बारी से दोनों ने दुष्कर्म किया और एक घंटे तक बर्बरता करते रहे। मेरा मुंह दबाए रखा, ताकि मैं चीख न सकूं…”
नाबालिग छात्रा की आपबीती:
नाबालिग छात्रा ने पुलिस को अपने बयान में बताया कि आरोपियों ने उसे वीडियो वायरल करने की धमकी दी, जिससे वह डर गई और किसी को कुछ नहीं बता पाई। आरोपियों ने इसी डर का फायदा उठाया। एसीपी कृष्णानगर, विनय कुमार द्विवेदी ने जानकारी दी कि मजिस्ट्रेट की मौजूदगी न होने के कारण बुधवार को पीड़िता के बयान नहीं लिए जा सके, लेकिन अब बृहस्पतिवार को उसके बयान दर्ज किए जाएंगे।
अगवा करने के बाद, जब आरोपी कार में पीड़िता को पीटते रहे, तब वह दहशत में थी। धमकियों के कारण उसने जो भी कहा गया, वह करती रही, यही वजह है कि फुटेज में वह आरोपियों के साथ होटल में जाती हुई दिखाई दी। उसने पुलिस को बताया कि डर और धमकी के कारण वह विरोध नहीं कर पा रही थी।
इस बीच, उच्चाधिकारियों ने घटना को गंभीरता से लिया है और विवेचक हर संभव साक्ष्य जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। स्वैब और अन्य साक्ष्य फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं, और डीएनए जांच भी की जाएगी।
आरोपियों ने पहले भी छात्रा का पीछा किया था और उसे परेशान किया था। सोमवार दोपहर, वे काफी समय पहले ही स्कूल के आसपास पहुंच गए थे। जैसे ही छात्रा छुट्टी के बाद बाहर आई, उन्होंने उसे रोककर अगवा कर लिया। यह घटना एक सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दी गई थी।
नाबालिग छात्रा को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात में लापरवाही बरतने वाले सरोजनीनगर थाने के अतिरिक्त निरीक्षक अनवर अहमद को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं, मुख्य आरोपी को जेल भेजा गया है, जबकि किशोर को बाल संप्रेक्षण गृह में दाखिल कराया गया है।
लखनऊ के सरोजनीनगर क्षेत्र की 14 वर्षीय छात्रा का अपहरण सोमवार दोपहर स्कूल से निकलने के बाद किया गया। छात्रा के पड़ोसी, दानिश, ने अपने 17 वर्षीय दोस्त के साथ मिलकर उसे अगवा किया और कृष्णानगर स्थित होटल पैराडाइज शांति इन में बंधक बना सामूहिक दुष्कर्म किया।
शाम साढ़े चार बजे, 14 वर्षीय छात्रा अपने पिता को रोते-बिलखते घर के पास मिली। पिता ने सरोजनीनगर थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने मामला कृष्णानगर थाना क्षेत्र का बताकर टाल दिया। जब कृष्णानगर पुलिस ने मौके पर जाकर स्थिति की जांच की, तब उन्हें पता चला कि यह मामला वास्तव में सरोजनीनगर का है।
सरोजनीनगर थाने में मामला दर्ज होने के बाद, डीसीपी साउथ केशव कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सरोजनीनगर के अतिरिक्त इंस्पेक्टर अनवर अहमद की लापरवाही सामने आई है। इसी कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया है और जांच की प्रक्रिया शुरू की गई है। मुख्य आरोपी दानिश को बुधवार को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पुलिस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की तैयारी भी कर रही है।