भाजपा विधायक मुनिरत्ना नायडू पर गंभीर आरोप: महिला कार्यकर्ता की शिकायत ने खड़े किए कई सवाल
कर्नाटक में भाजपा विधायक मुनिरत्ना नायडू एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं, लेकिन इस बार आरोप बेहद गंभीर हैं। एक महिला कार्यकर्ता ने उनके खिलाफ शारीरिक उत्पीड़न, गैंगरेप और जानलेवा वायरस इंजेक्शन जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू हो चुकी है।
क्या हैं आरोप?
40 वर्षीय महिला ने दावा किया है कि 11 जून 2023 को मुनिरत्ना नायडू के कार्यालय में उनके चार सहयोगियों के साथ मिलकर विधायक ने सामूहिक बलात्कार किया। महिला का कहना है कि उसे कार में बिठाकर मथिकेरे स्थित कार्यालय ले जाया गया, जहां उसके साथ क्रूरता की सारी हदें पार की गईं। महिला ने यह भी कहा कि उसके चेहरे पर पेशाब किया गया और उसे HIV संक्रमित इंजेक्शन दिया गया।
पुलिस जांच में तेजी
शिकायत के आधार पर बेंगलुरु के आरएमसी यार्ड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ है। प्राथमिक जांच के बाद मामले को गंभीर मानते हुए पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) को जांच सौंपी है।
कौन हैं मुनिरत्ना नायडू?
मुनिरत्ना नायडू राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत यशवंतपुर क्षेत्र के पार्षद के रूप में की थी और 2013 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक बने। राजराजेश्वरी नगर विधानसभा क्षेत्र से दो बार जीतने के बाद 2019 में वे भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद 2020 में उन्हें कर्नाटक सरकार में मंत्री भी बनाया गया था।
घोटालों और विवादों का लंबा इतिहास
यह पहला मौका नहीं है जब मुनिरत्ना नायडू पर गंभीर आरोप लगे हों।
- 2018 में, उनका नाम 1,500 करोड़ रुपये के फर्जी बिल घोटाले में आया था। आरोप था कि विकास कार्यों के नाम पर कई बार फर्जी बिल बनवाए गए, जबकि ज़मीनी हकीकत कुछ और थी।
- 2023 में, ईसाई समुदाय को लेकर आपत्तिजनक बयान देने के आरोप में उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ।
- 2024 में, एक महिला के यौन उत्पीड़न और एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन देने के आरोपों की जांच के लिए सरकार ने SIT गठित की थी।
फिल्म और ठेकेदारी की दुनिया से भी नाता
राजनीति के साथ-साथ मुनिरत्ना नायडू फिल्म निर्माता और बड़े ठेकेदार भी हैं। उन्होंने कई बड़े नेताओं जैसे डीके शिवकुमार, रामलिंगा रेड्डी और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से नजदीकियां बनाई हैं। उन्होंने कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी को लेकर एक फिल्म भी बनाई थी।
निष्कर्ष
मुनिरत्ना नायडू पर लगे ताजा आरोप न केवल उनकी राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि यह मामला कर्नाटक की राजनीति में भी भूचाल ला सकता है। पुलिस जांच की दिशा अब इस पर निर्भर करेगी कि आरोप कितने साक्ष्यों के साथ सिद्ध हो पाते हैं। फिलहाल, जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं की नजरें इस संवेदनशील केस की निष्पक्ष जांच पर टिकी हुई हैं।