शहजाद अली की हवेली को गिराने की कार्रवाई के दौरान यह आलीशान इमारत मलबे में बदल गई। हवेली की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसका इंटीरियर विदेशों से मंगवाए गए सामान से सजाया गया था। हवेली का फाउंडेशन 20 हजार स्क्वायर फीट में फैला हुआ था, जिसमें कई मजबूत पिलर लगाए गए थे। इसे गिराने में पुलिस को छह घंटे का समय और तीन जेसीबी मशीनों का सहारा लेना पड़ा।
स्थानीय लोगों के अनुसार, शहजाद अली का दुबई और अरब देशों से कनेक्शन था। वह अपनी हवेली के लिए एंटिक सामान विदेशों से मंगवाता था। हवेली के कमरों में लगे झूमर और कई कीमती मूर्तियां भी दुबई और अरब देशों से लाई गई थीं। हवेली में कई गुप्त दरवाजे और कैमरे भी लगाए गए थे। अब यह आलीशान महल पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो चुका है, और शहजाद अली की भव्यता के प्रतीक इस मकान को मलबे में मिलते देर नहीं लगी।