Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा में 4 की मौत
Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मस्जिद सर्वे को लेकर हुई हिंसा में मारे गए चार व्यक्तियों की मौत पुलिस फायरिंग से नहीं हुई, बल्कि वे देशी हथियारों से फायरिंग के कारण मारे गए हैं, ऐसा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन लोगों को जो गोली लगी, वह 315 बोर के देशी पिस्तौल से निकली थी, जो प्रदर्शनकारियों द्वारा इस्तेमाल किए गए थे।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प
इस हिंसा के दौरान एक बड़ी भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, हथियार छीनने का प्रयास किया और गोलीबारी भी की, जब वे कोर्ट द्वारा आदेशित मस्जिद सर्वे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और गैर-घातक पेलेट गन का इस्तेमाल किया। हिंसा में चार लोग मारे गए, जिनमें से कुछ कथित रूप से प्रदर्शनकारी थे।
गोलीबारी में देशी पिस्तौल का इस्तेमाल
प्रारंभ में यह आरोप लगाया गया था कि पुलिस ने सीधे प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई थी। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया। पुलिस ने अपने हथियारों में 9 मिमी की गोलियां इस्तेमाल करने की बात कही, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सामने आया कि इनकी मौत 315 बोर के देशी पिस्तौल से लगी गोली के कारण हुई।
स्थिति सामान्य हो रही है, लेकिन इंटरनेट सेवा बंद
हिंसा के बाद संभल में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। स्कूल फिर से खुल गए हैं और जरूरी सामान बेचने वाली दुकानों ने भी काम करना शुरू कर दिया है। हालांकि, संभल तहसील में इंटरनेट सेवा अभी भी निलंबित है। प्रशासन और पुलिस स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
FIR दर्ज और जांच जारी
हिंसा के संबंध में कई FIR दर्ज की गई हैं। सपा सांसद जियाउर्रहमान बारक और एक स्थानीय विधायक के बेटे सोहेल इकबाल को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया है। इस मामले की जांच के लिए एक मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है।