यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष के विमान को बनाया निशाना
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन को ले जा रहे एक विमान को बुल्गारिया के हवाई क्षेत्र में GPS जामिंग का सामना करना पड़ा। हालांकि खतरे के बावजूद विमान की सुरक्षित इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है और संदेह की सुई सीधे रूस की ओर घूम रही है।
एयरपोर्ट के पास टूटा GPS सिग्नल
यह घटना तब हुई जब वॉन डेर लेयेन यूरोपीय संघ के दौरे के दौरान बुल्गारिया के प्लोवदिव एयरपोर्ट के लिए रवाना थीं। जैसे ही विमान एयरपोर्ट के पास पहुंचा, अचानक GPS सिग्नल गायब हो गया। अधिकारियों का कहना है कि सैटेलाइट सिग्नल से छेड़छाड़ कर GPS को जाम किया गया। सौभाग्य से, पायलट ने स्थिति पर काबू पाया और विमान को सुरक्षित उतार लिया।
जांच में रूस पर संदेह
बुल्गारिया के जांच अधिकारियों ने दावा किया है कि इस घटना के पीछे रूस का हाथ हो सकता है। उनका कहना है कि रूस लंबे समय से वॉन डेर लेयेन को अपना विरोधी मानता है। यह भी बताया गया कि रूस ने यूरोपीय संघ की नीतियों और यूक्रेन को दिए जा रहे समर्थन को लेकर कई बार अपनी नाराज़गी जताई है।
क्यों हैं रूस के निशाने पर वॉन डेर लेयेन?
यूरोपीय आयोग की प्रवक्ता एरियाना पोडेस्टा ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वॉन डेर लेयेन, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और मास्को द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले की सबसे मुखर आलोचक रही हैं। यही कारण है कि रूस और उसके सहयोगी उन्हें लगातार निशाना बनाने की कोशिश करते रहते हैं।
यूरोपीय संघ ने बढ़ाई सतर्कता
इस घटना के बाद यूरोपीय संघ ने स्पष्ट कर दिया है कि अब वह अपनी रक्षा तैयारियों और सुरक्षा निवेश पर अधिक ध्यान देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि GPS जामिंग जैसी तकनीकें भविष्य में हवाई सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती बन सकती हैं।
👉 यह घटना साफ दिखाती है कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में टकराव अब सिर्फ जमीन या हथियारों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि आधुनिक तकनीक और सैटेलाइट सिस्टम को निशाना बनाना भी नई रणनीतियों का हिस्सा बन गया है।