युवाओं में बढ़ती इनफर्टिलिटी: जीवनशैली की छोटी गलतियों से बड़ा संकट
आजकल के समय में युवा कपल्स के लिए माता-पिता बनना पहले जितना आसान नहीं रह गया है। कई बार शादी के कई साल बाद भी संतान सुख नहीं मिल पाता, और इसका मुख्य कारण बन रहा है इंफर्टिलिटी (बांझपन)। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में अलग-अलग कारणों से देखी जा रही है, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह तेजी से युवाओं में फैल रही है।
बचपन की आदतें बन रही हैं बड़ी वजह
एक विशेषज्ञ डॉक्टर अरविंद के अनुसार, पुरुषों में इनफर्टिलिटी के पीछे का कारण अक्सर बचपन में की गई गलतियां होती हैं। जैसे कि गलत आदतें, अशिक्षा, शरीर की देखभाल ना करना और पोषण की कमी – ये सब मिलकर भविष्य में प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा, गलत खानपान, नींद की कमी और तनाव भी पुरुषों के स्पर्म काउंट और क्वालिटी पर असर डालते हैं।
महिलाओं में बढ़ रही हैं हार्मोनल समस्याएं
महिलाओं के मामले में डॉक्टर बताते हैं कि पीसीओडी (PCOD), पीसीओएस (PCOS) जैसी हार्मोनल समस्याएं और पीरियड्स का असमय आना इनफर्टिलिटी की आम वजहें हैं। इन सभी स्थितियों में शरीर का हार्मोन संतुलन बिगड़ता है, जिससे अंडाणु बनने और गर्भधारण की प्रक्रिया पर असर पड़ता है। इसके अलावा, लंबे समय से रहने वाली कॉन्स्टिपेशन (कब्ज) भी महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालती है।
स्ट्रेस और लाइफस्टाइल की भूमिका
डॉक्टर अरविंद यह भी बताते हैं कि आज की तनावपूर्ण जीवनशैली भी इस समस्या को और गंभीर बना रही है। तनाव शरीर में “गुड हार्मोन” के स्तर को कम कर देता है, जिससे प्रजनन पर नकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए, किसी भी कपल को अगर संतान की योजना बनानी है तो सबसे पहले मानसिक तनाव को कम करने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।
सही खानपान और व्यायाम है समाधान
इनफर्टिलिटी से निपटने के लिए डॉक्टर पोषणयुक्त और हार्मोन-संतुलित डाइट की सलाह देते हैं। पुरुषों के लिए ज़रूरी है कि उनके भोजन में टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने वाले तत्व शामिल हों। वहीं, महिलाओं को भी आयरन, फोलिक एसिड और फाइबर युक्त आहार लेना चाहिए। इसके साथ-साथ नियमित व्यायाम भी बेहद जरूरी है। विशेष रूप से पेल्विक मसल्स को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज इस दिशा में मददगार होती है।
नींद और मानसिक शांति भी है अहम
प्रजनन क्षमता बनाए रखने के लिए 7–8 घंटे की गहरी नींद और मानसिक शांति बेहद आवश्यक है। दिनभर की भागदौड़ और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में उलझे रहने से दिमाग को पर्याप्त आराम नहीं मिलता, जिसका असर शरीर की संपूर्ण कार्यप्रणाली पर पड़ता है।
निष्कर्ष:
अगर युवा कपल समय रहते अपनी जीवनशैली में सुधार करें, संतुलित आहार लें, नियमित व्यायाम करें और मानसिक तनाव को नियंत्रित करें, तो इंफर्टिलिटी जैसी समस्याओं से काफी हद तक बचा जा सकता है। आज के दौर में जागरूकता और सही जानकारी ही इस समस्या का सबसे कारगर उपाय है।