राजस्थान में गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, श्रीगंगानगर में पारा 50 के करीब
राजस्थान में जून की झुलसाती गर्मी
राजस्थान में इस समय भीषण गर्मी का दौर जारी है। जून का महीना लोगों के लिए बेहद तकलीफदेह बन गया है, क्योंकि इस बार तापमान ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। खासकर श्रीगंगानगर में गर्मी का कहर सबसे ज्यादा देखने को मिला, जहां तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। इस इलाके में ऐसा तापमान जून में इससे पहले कभी दर्ज नहीं हुआ।
श्रीगंगानगर में सबसे ज्यादा तापमान
13 जून को श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 49.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि एक दिन पहले यानी 12 जून को पारा 47.8 डिग्री तक था। राज्य के बाकी हिस्सों में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। ज्यादातर जिलों में तापमान 43 से 48 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, जिससे लोगों का दिन में बाहर निकलना बेहद मुश्किल हो गया है। दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा देखने को मिल रहा है और लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं।
लू और हीटवेव का अलर्ट
गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। 13 से 15 जून के बीच राजस्थान के कई हिस्सों में लू चलने की संभावना जताई गई है। खासतौर पर पश्चिमी राजस्थान में 14 जून को लू और अधिक तीव्र हो सकती है। वहीं पूर्वी राजस्थान में रातें भी गर्म बनी रहेंगी और गर्म हवाएं लोगों को बेचैन करेंगी।
कब मिलेगी गर्मी से राहत?
तेज गर्मी से राहत की उम्मीद अब 18 और 19 जून को जताई जा रही है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने लगा है, जिससे मध्यप्रदेश, विदर्भ और मराठवाड़ा की ओर एक द्रोणिका (ट्रफ लाइन) सक्रिय हो गई है। इसके प्रभाव से राजस्थान के कई हिस्सों में 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। साथ ही आंधी और गरज के साथ बारिश भी हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
निष्कर्ष
राजस्थान के लोग फिलहाल झुलसाने वाली गर्मी से जूझ रहे हैं। श्रीगंगानगर जैसे इलाकों में जहां पारा 50 डिग्री के करीब पहुंच चुका है, वहां हालात बेहद गंभीर हैं। मौसम विभाग की मानें तो अभी कुछ दिन और गर्मी का कहर जारी रहेगा, लेकिन 18-19 जून से राहत मिलने की संभावना है।