जापानी बाबा वेंगा की भविष्यवाणी फिर हुई सच, सुनामी से मचा हड़कंप
1999 में किया गया दावा अब आया सामने
जापान के मशहूर भविष्यवक्ता और कलाकार रियो तात्सुकी, जिन्हें लोग ‘जापानी बाबा वेंगा’ के नाम से भी जानते हैं, एक बार फिर अपनी भविष्यवाणी को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने वर्ष 1999 में प्रकाशित अपनी किताब “फ्यूचर आई सॉ” में रूस में एक शक्तिशाली भूकंप और उसके बाद सुनामी की चेतावनी दी थी। अब रूस के कामचटका क्षेत्र में आए 8.8 तीव्रता के भूकंप और जापान में सुनामी अलर्ट के बाद यह भविष्यवाणी सच साबित होती दिख रही है।
रूस में भूकंप, जापान में सुनामी का खतरा
बुधवार को रूस के कामचटका प्रायद्वीप में बहुत तेज भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 8.8 मापी गई। इस झटके के बाद जापान के तटवर्ती इलाकों में सुनामी का खतरा मंडराने लगा है। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी हैं, जिसके कारण जापान सरकार ने लोगों से सुरक्षित स्थानों की ओर जाने की अपील की है। जापान में मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यह लहरें और खतरनाक रूप ले सकती हैं।
कोविड की भी की थी सटीक भविष्यवाणी
जापानी बाबा वेंगा की यह पहली सटीक भविष्यवाणी नहीं है। उन्होंने इससे पहले कोविड-19 महामारी को लेकर भी भविष्यवाणी की थी। उनके मुताबिक, एक वायरस पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेगा और लाखों लोगों की जान ले लेगा। यह बात वर्ष 2020 में सच साबित हुई, जब कोविड-19 ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया। एशिया और यूरोप के कई देशों में भारी तबाही हुई और लाखों लोग अपनी जान गंवा बैठे।
और भी भविष्यवाणियां हुईं सच
वेंगा ने न केवल महामारी या सुनामी जैसी घटनाओं की भविष्यवाणी की, बल्कि कुछ नामचीन हस्तियों की मौत की भी सटीक जानकारी दी थी। वर्ष 1995 में उन्होंने जापान के कोबे शहर में भूकंप, गायिका फ्रेडी मर्करी की मौत और प्रिंसेस डायना के सड़क हादसे में निधन की भविष्यवाणी की थी। समय बीतने के साथ ये सभी घटनाएं सच साबित हुईं, जिससे उनकी मान्यता और बढ़ गई।
भविष्य में और खतरनाक वायरस की चेतावनी
जापानी बाबा वेंगा का दावा है कि साल 2030 तक एक और महामारी आएगी, जो कोविड से भी ज्यादा जानलेवा होगी। इस वायरस का प्रभाव पूरी दुनिया में महसूस किया जाएगा और यह पहले की तुलना में अधिक नुकसान करेगा। उनका कहना है कि यह वायरस मानव जीवन के लिए एक और बड़ी चुनौती बनकर सामने आएगा।
निष्कर्ष
जापानी बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों को अब महज संयोग नहीं कहा जा सकता। जिस तरह कोविड और अब सुनामी की घटनाएं उनकी भविष्यवाणी से मेल खा रही हैं, वह हैरान कर देने वाला है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या विज्ञान और आध्यात्म का मेल भविष्य को भांप सकता है? समय ही इसका जवाब देगा।