पीएम मोदी की पांच देशों की विदेश यात्रा से पहले ब्रिक्स सम्मेलन की तैयारियां तेज़
जुलाई की शुरुआत के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुप्रतीक्षित विदेश यात्रा शुरू होने जा रही है। इस बार का दौरा न सिर्फ ब्रिक्स सम्मेलन में भागीदारी तक सीमित रहेगा, बल्कि भारत की विदेश नीति, वैश्विक सहयोग और रणनीतिक साझेदारियों को भी एक नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। पीएम मोदी इस यात्रा में ब्राजील के अलावा घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना तथा नामीबिया का दौरा करेंगे।
2 जुलाई से शुरू होगा दौरा
पीएम मोदी 2 जुलाई को भारत से रवाना होंगे और सबसे पहले घाना, त्रिनिदाद-टोबैगो और अर्जेंटीना का दौरा करेंगे। इसके बाद वे 5 जुलाई को ब्राजील पहुंचेंगे, जहां 6 और 7 जुलाई को ब्रिक्स सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। दौरे के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री 9 जुलाई को नामीबिया की यात्रा करेंगे।
दौरे का उद्देश्य और सहयोग के क्षेत्र
इस संपूर्ण यात्रा का मुख्य उद्देश्य वैश्विक दक्षिण (Global South) के देशों के साथ भारत के सहयोग को मजबूत करना है। इन देशों की गिनती उन विकासशील और उभरती अर्थव्यवस्थाओं में होती है जो वैश्विक मंचों पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराना चाहती हैं। पीएम मोदी की इस यात्रा में वैक्सीन विकास, कृषि सहयोग, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, रक्षा साझेदारी और खनिज संसाधनों पर सहयोग को लेकर बातचीत होगी।
घाना में वैक्सीन हब और संसद को संबोधन
घाना यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने की दिशा में चर्चा करेंगे। भारत, घाना में एक वैक्सीन हब स्थापित करने की योजना पर काम कर रहा है, जिससे वहां की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। प्रधानमंत्री मोदी घाना की संसद को भी संबोधित करेंगे और लगभग 15,000 भारतीय प्रवासियों से संवाद भी करेंगे।
त्रिनिदाद और अर्जेंटीना की यात्रा
त्रिनिदाद और टोबैगो तथा अर्जेंटीना के साथ भी पीएम मोदी की मुलाकातें रणनीतिक होंगी। यहां भारत डिजिटल और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग को विस्तार देगा। खासकर लैटिन अमेरिकी देशों के साथ भारत की भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा।
ब्रिक्स सम्मेलन में अहम उपस्थिति
ब्राजील में होने वाला 17वां ब्रिक्स सम्मेलन ‘ग्लोबल साउथ का सहयोग’ थीम पर आधारित होगा। भारत इस मंच पर विकासशील देशों के हितों की आवाज़ बनने जा रहा है। पीएम मोदी सम्मेलन में सदस्य देशों के नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे और कई वैश्विक मुद्दों पर भारत की भूमिका को मजबूती से प्रस्तुत करेंगे।
पहली बार नामीबिया दौरे पर पीएम मोदी
यात्रा का अंतिम पड़ाव नामीबिया रहेगा, जहां पीएम मोदी पहली बार राजकीय यात्रा पर जाएंगे। यह भारत के किसी प्रधानमंत्री का तीसरा नामीबिया दौरा होगा। यहां वह राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी नदैतवा से मुलाकात करेंगे और नामीबिया की संसद को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) को नामीबिया में लागू करने को लेकर हुए समझौतों की पुष्टि भी की जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम और नामीबिया के सेंट्रल बैंक के बीच डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में साझेदारी को लेकर एमओयू साइन हो चुके हैं।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी की यह बहुस्तरीय विदेश यात्रा न केवल भारत के कूटनीतिक दायरे को विस्तार देगी, बल्कि ‘ग्लोबल साउथ’ देशों के साथ साझेदारी को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। स्वास्थ्य, तकनीक, खनिज, डिजिटल भुगतान और रणनीतिक सहयोग जैसे क्षेत्रों में भारत की भूमिका और मजबूत होने जा रही है।