पाकिस्तान की वखान कॉरिडोर पर कब्जे की तैयारी, तालिबान से होगी सीधी जंग
पाकिस्तान की वखान कॉरिडोर पर कब्जे की योजना
पाकिस्तान की सेना अफगानिस्तान के वखान कॉरिडोर पर कब्जे की तैयारी कर रही है, जो अफगानिस्तान और चीन के बीच एक अहम रास्ता है। इस कॉरिडोर का नियंत्रण पाकिस्तान के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इससे उसे मध्य एशिया और चीन तक सीधे पहुंचने का रास्ता मिल सकता है। अफगान तालिबान और पाकिस्तान के बीच हिंसक झड़पों के बाद यह खबर सामने आई है कि पाकिस्तान वखान पर कब्जा करने की योजना बना रहा है।
वखान कॉरिडोर का महत्व
वखान कॉरिडोर एक पतला सा भू-भाग है जो अफगानिस्तान के बदख्शां क्षेत्र को चीन के शिंजियांग प्रांत से जोड़ता है। यह पाकिस्तान और मध्य एशिया के बीच की दूरी को कम करने का एक महत्वपूर्ण मार्ग हो सकता है। पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञ कमर चीमा का मानना है कि अगर पाकिस्तान इस क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल कर लेता है तो उसे ताजिकिस्तान तक सीधी पहुंच मिल जाएगी, जो उसकी रणनीतिक स्थिति को मजबूत कर सकता है।
तालिबान और पाकिस्तान के बीच तनाव
हालांकि अफगानिस्तान के बदख्शां पुलिस कमांड ने पाकिस्तान द्वारा वखान पर कब्जे की किसी भी जानकारी से इनकार किया है, लेकिन पाकिस्तान के रक्षा हलके में इस मुद्दे को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं। अफगान पुलिस प्रवक्ता ने इसे अफवाह बताया और कहा कि पाकिस्तान की वखान में कोई मौजूदगी नहीं है। इस बीच, सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी सेना द्वारा वखान पर कब्जे की जानकारी तेजी से फैल रही है।
पाकिस्तान और चीन के रिश्ते
कमर चीमा का कहना है कि पाकिस्तान को वखान पर कब्जा करने के लिए चीन का समर्थन प्राप्त करना होगा। इस क्षेत्र में उइगर उग्रवादियों का असर भी देखा जाता है, जो पाकिस्तान के लिए एक संवेदनशील मुद्दा हो सकता है। हालांकि, चीन के इस पर सहमत होने की संभावना कम है, क्योंकि यह क्षेत्र चीन के लिए भी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
तालिबान का विरोध और अंतरराष्ट्रीय दबाव
यदि पाकिस्तान वखान पर कब्जा करने की कोशिश करता है, तो इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बन सकता है। इसके अलावा, तालिबान के लिए यह पाकिस्तान के खिलाफ एक नया मोर्चा खोलने का कारण बन सकता है। पिछले सप्ताह ही तालिबान ने पाकिस्तानी सेना की चौकियों पर हमला किया था, जिससे यह साफ होता है कि तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ एक और संघर्ष शुरू कर सकता है।
क्या पाकिस्तान वखान पर कब्जा कर पाएगा?
पाकिस्तान के लिए वखान पर कब्जा करना एक कठिन चुनौती हो सकता है, क्योंकि इसके लिए उसे न केवल चीन से समर्थन की आवश्यकता होगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव का भी सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा, तालिबान का प्रतिरोध भी पाकिस्तान के लिए एक बड़ा संकट बन सकता है। ऐसे में यह देखना होगा कि पाकिस्तान अपनी योजना में कितनी सफलता प्राप्त कर पाता है और क्या इस क्षेत्र में एक नया संघर्ष शुरू होता है।