ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का करारा पलटवार: सेना की प्रेस ब्रीफिंग की 15 अहम बातें
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम के करीब 25 घंटे बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी दी। इसमें थल, वायु और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए बताया कि आतंकवाद और घुसपैठ का जवाब अब पूरी ताकत से दिया जाएगा।
निर्दोषों की हत्या से शुरू हुई कार्रवाई
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के जवाब में शुरू किया गया। इसका मकसद आतंकियों को दंड देना और उनके ढांचे को जड़ से खत्म करना था।
100 से अधिक आतंकी मारे गए
सेना ने इस ऑपरेशन में 9 अहम आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें से कई पहले ही खाली कर दिए गए थे, लेकिन भारत ने यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक और मुदस्सिर अहमद जैसे बड़े आतंकियों को ढेर कर दिया।
पाकिस्तान के 11 एयरबेस तबाह
प्रेस ब्रीफिंग में बताया गया कि भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 11 एयरबेस नष्ट हो चुके हैं। भारत ने सीमा पार आतंकियों के कैंपों की पहचान कर सटीक हमले किए।
ड्रोन और मिसाइल हमले नाकाम
पाकिस्तान ने 7 मई की शाम UAV और ड्रोन से भारतीय ठिकानों पर हमले की कोशिश की, लेकिन सभी हमलों को भारतीय वायुसेना ने हवा में ही नाकाम कर दिया। कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
35 से 40 पाकिस्तानी सैनिक ढेर
भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान के लगभग 35 से 40 सैनिक और अधिकारी मारे गए। हालांकि इस हमले में भारत के 5 जवान भी शहीद हुए।
दुश्मन के विमान भी गिराए
भारतीय वायुसेना ने बताया कि 8 मई की शाम को पाकिस्तान ने एक साथ कई एयरबेस पर हमला किया, लेकिन वायु रक्षा प्रणाली ने सभी हमलों को नष्ट कर दिया और कुछ पाकिस्तानी विमान भी गिरा दिए।
मुरीदके और बहावलपुर पर मिसाइल अटैक
IAF ने लश्कर-ए-तैयबा के गढ़ माने जाने वाले मुरीदके और बहावलपुर स्थित आतंकी शिविरों पर मिसाइल अटैक किया। सैटेलाइट और इंटेलिजेंस बेस्ड टारगेटिंग का इस्तेमाल कर हमले किए गए।
लाहौर की रडार साइट्स पर हमला
8 मई को भारतीय वायुसेना ने लाहौर में पाकिस्तानी रडार साइट्स को निशाना बनाया। यह जवाबी कार्रवाई बहुत सोच-समझकर की गई थी।
नौसेना की सख्त तैनाती
वाइस एडमिरल प्रमोद ने बताया कि हमले के 96 घंटे के भीतर नौसेना ने अरब सागर में युद्धाभ्यास किया और रणनीति को और मज़बूत किया। कराची तक के ठिकानों को निशाने पर लिया गया।
संयम और जवाबदारी के साथ कार्रवाई
भारतीय नौसेना की कार्रवाई संतुलित और जिम्मेदार थी। सभी सैन्य संसाधन पूरी तैयारी में हैं और किसी भी दुस्साहस का जवाब देने को तैयार हैं।
बॉडी बैग नहीं, टारगेट अहम
एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि हमारा उद्देश्य अधिक से अधिक आतंकियों को मारना नहीं, बल्कि ठिकानों को खत्म करना था। यह कार्रवाई गैरजरूरी तबाही के उद्देश्य से नहीं, बल्कि सटीक निशाने के लिए थी।
पाकिस्तान की वचनभंगता पर नाराज़गी
DGMO घई ने बताया कि पाकिस्तान से 10 मई को सीजफायर की सहमति बनी थी, लेकिन कुछ घंटों में ही उन्होंने उल्लंघन कर दिया, जिससे भारत को सख्त प्रतिक्रिया देनी पड़ी।
इंटरनेशनल विमानों को उड़ान की अनुमति पर सवाल
पाकिस्तान ने लाहौर से नागरिक और अंतरराष्ट्रीय विमानों को उड़ान भरने की अनुमति दी, जो बेहद असंवेदनशील कदम था। भारत ने इस पर गंभीर चिंता जताई।
हॉटलाइन पर दी चेतावनी
भारत ने पाकिस्तान के DGMO को हॉटलाइन पर साफ शब्दों में बताया कि भविष्य में कोई भी उल्लंघन हुआ तो कठोर जवाब मिलेगा।
दुनिया के लिए एक संदेश
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने साफ कर दिया कि भारत अब आतंकवाद पर कोई रियायत नहीं देगा। तीनों सेनाएं एकजुट हैं और देश की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर तैयार हैं।