ऑपरेशन शील्ड: पाक सीमा से लगे राज्यों में मॉकड्रिल आज, सुरक्षा को लेकर सतर्कता
पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्यों में शनिवार को ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत एक बड़ी नागरिक सुरक्षा मॉकड्रिल की जाएगी। इसका मकसद सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा तैयारियों को परखना और किसी आपात स्थिति से निपटने की रणनीति को मजबूत बनाना है। यह अभ्यास जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात और हरियाणा में एक साथ किया जाएगा।
रात 8 बजे होगा 15 मिनट का ब्लैकआउट
इस मॉकड्रिल का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा रात 8 बजे का ब्लैकआउट होगा। जैसे ही घड़ी आठ बजाएगी, बिजली बंद कर दी जाएगी और सायरन बजाया जाएगा। यह ब्लैकआउट 15 मिनट तक चलेगा। इस दौरान लोगों को अपने घरों की सभी लाइट्स बंद रखने और किसी भी प्रकार की रोशनी बाहर न जाने देने की सलाह दी गई है।
सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा को लेकर खास निर्देश
जम्मू-कश्मीर के कश्मीर और जम्मू संभाग में, विशेष रूप से नियंत्रण रेखा से सटे क्षेत्रों में, इस मॉकड्रिल को लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं। इस दौरान लोगों को यह भी सिखाया जाएगा कि गोलीबारी या हवाई हमले जैसी स्थिति में वे खुद को और अपने परिवार को कैसे सुरक्षित स्थानों और अस्पतालों तक पहुंचा सकते हैं।
सायरन बजते ही क्या करना है?
सायरन बजते ही लोगों से कहा गया है कि वे इनवर्टर लाइट, टॉर्च, मोबाइल फ्लैश और वाहन की लाइट्स तक बंद कर दें। सभी दरवाजों और खिड़कियों को काले पर्दों से ढकने की हिदायत दी गई है ताकि बाहर कोई रोशनी न जाए। इससे सुरक्षा बल किसी भी संभावित खतरे की स्थिति में बेहतर ढंग से कार्य कर सकें।
अस्पताल और आपात सेवाएं रहेंगी चालू
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि इस दौरान सभी अस्पताल और आपात सेवाएं पूरी तरह सुचारू रहेंगी। इससे पहले यह मॉकड्रिल 29 मई को प्रस्तावित थी, लेकिन किसी कारणवश स्थगित कर दी गई थी।
ड्रोन और हवाई हमलों से निपटने की तैयारी
हरियाणा में मॉकड्रिल के जरिए ड्रोन और हवाई हमलों से निपटने की तैयारियों की जांच की जाएगी। पूरे राज्य में शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक यह नागरिक सुरक्षा अभ्यास चलेगा। इस दौरान प्रशासनिक अमला भी सक्रिय रहेगा।
32 हजार स्वयंसेवक होंगे शामिल
इस अभ्यास में कुल 32,000 स्वयंसेवकों को शामिल किया जाएगा। इनमें सिविल डिफेंस वार्डन, एनसीसी, एनएसएस, भारत स्काउट्स एंड गाइड्स और नेहरू युवा केंद्र से जुड़े युवा संगठन भाग लेंगे। इन सभी को आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित सहायता के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की निगरानी में तैयारी
यह पूरा ऑपरेशन केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर किया जा रहा है। मकसद है कि आपात स्थिति में राज्यों की प्रतिक्रिया क्षमता को परखा जा सके और आम लोगों की सुरक्षा जागरूकता को बढ़ाया जा सके। मॉकड्रिल का उद्देश्य न केवल सुरक्षा बल्कि जन भागीदारी को भी मजबूत बनाना है।