ब्रिटेन के एक नीलामी घर ने बुधवार को ‘नगा मानव खोपड़ी’ को अपनी ‘लाइव ऑनलाइन बिक्री’ की सूची से हटा लिया। यह निर्णय भारत के विरोध को देखते हुए लिया गया, जो इस मुद्दे पर गहरी चिंता और असंतोष व्यक्त कर रहा था। ऑक्सफोर्डशायर के टेस्ट्सवर्थ में स्थित स्वॉन नीलामी गृह, जिसमें ‘द क्यूरियस कलेक्टर सेल, एंटीक्वेरियन बुक्स, मैनुस्क्रिप्ट्स एंड पेंटिंग्स’ के तहत दुनियाभर से खोपड़ियों और अन्य अवशेषों का एक बड़ा संग्रह शामिल है, ने यह कदम उठाया।
इस नीलामी में ’19वीं शताब्दी की सींग युक्त नगा मानव खोपड़ी’ को लॉट नंबर 64 के तहत बिक्री के लिए सूचीबद्ध किया गया था, जो नगा जनजाति से संबंधित थी। नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इस बिक्री के खिलाफ तीव्र विरोध व्यक्त किया और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने अपने पत्र में स्पष्ट किया कि ब्रिटेन में नगा मानव खोपड़ी की नीलामी का प्रस्ताव न केवल नगा समुदाय के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए एक संवेदनशील और विवादास्पद मुद्दा है। रियो ने लिखा कि इस तरह की बिक्री की खबर ने सभी वर्गों के लोगों पर नकारात्मक असर डाला है, क्योंकि यह उनके लिए एक अत्यंत भावनात्मक और पवित्र मामला है। नगा जनजाति की सांस्कृतिक धरोहर का सम्मान करना आवश्यक है, और ऐसी नीलामियां उनके इतिहास और पहचान के प्रति अपमानजनक हैं।