Manipur Brutality: तीन साल के बच्चे समेत महिलाओं और बच्चों की हत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बर्बरता के साक्ष्य
Manipur Brutality: मणिपुर के जिरिबाम जिले में हाल ही में छह शव मिलने के बाद हिंसा भड़क उठी। तीन साल के बच्चे और महिलाओं की हत्या के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इंसानियत को शर्मसार कर देने वाले तथ्य उजागर किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, कुकी उग्रवादियों ने बच्चों और महिलाओं पर अत्याचार की सभी हदें पार कर दीं।
बच्चे की आंख निकालने और पसलियां तोड़ने का खुलासा
तीन साल के चिंगखेनगांबा सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उसकी दाहिनी आंख गायब थी और सिर में गोली मारकर उसकी हत्या की गई। उसके पसलियां तोड़ी गईं और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी घाव मिले। रिपोर्ट के अनुसार, शव असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएमसीएच) लाया गया, जहां मौत के कारण की विस्तृत जांच जारी है।
मां और नानी को भी बेरहमी से मारा गया
बच्चे की मां एल. हेतोनबी देवी को चार गोलियां मारी गईं, जबकि नानी रानी देवी को सिर में गोली मारने के अलावा पांच गोलियां लगीं। दोनों के शव सड़ने की स्थिति में पाए गए। बाकी शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का अभी इंतजार है।
मणिपुर में अशांति ने ड्रग्स तस्करी के रास्ते बदले
मणिपुर में डेढ़ साल से जारी अशांति के कारण ड्रग तस्करों ने नए रास्ते तलाश लिए हैं। पहले मणिपुर नशीली दवाओं का मुख्य अड्डा था, लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते तस्करों ने मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों से पश्चिम बंगाल तक नशे की तस्करी शुरू कर दी है।
ड्रग्स की खेप नए रूट से पहुंचाई जा रही है
हाल में बंगाल पुलिस ने नदिया जिले से 25 लाख रुपये की कीमत के 250 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि तस्कर अब मध्य प्रदेश और राजस्थान के गांवों से ड्रग्स का कच्चा माल लाकर बंगाल में सप्लाई कर रहे हैं। पहले यह माल मणिपुर से आता था, लेकिन अशांति के कारण रूट बदल दिया गया है।