Manipur: CRPF कैंप पर हमले में 10 हथियारबंद लोगों की मौत, लाइट मशीन गन से लगी गोलियों की बौछार में मारे गए
Manipur के जिरीबाम जिले में सोमवार को CRPF कैंप पर हुए हमले में 10 हथियारबंद लोग मारे गए। हमलावर समूह ने कैंप के बाहर खड़ी CRPF की बुलेटप्रूफ मल्टी-पर्पज व्हीकल (MPV) को नजरअंदाज कर दिया। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, इन हमलावरों ने हल्के मशीनगन (LMG) से हमला किया था, लेकिन वे MPV को नहीं देख पाए, जो बाहर खड़ा था। इस वजह से अधिकांश हमलावर पहले ही गोलियों की बौछार में मारे गए।
हमले का उद्देश्य और घटना का विवरण
पुलिस के मुताबिक, जाकुराधोर में स्थित CRPF कैंप और पास के बोरोबेकड़ा पुलिस स्टेशन पर उस समय गोलीबारी की गई, जब हथियारबंद हमलावरों ने इलाके में घरों और दुकानों पर हमला किया था। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब 2:30 बजे बोरोबेकड़ा पुलिस स्टेशन पर 40-50 हथियारबंद लोगों का एक समूह हमला करने के लिए आया था, जबकि एक अन्य समूह CRPF कैंप पर हमला कर रहा था।
MPV ने हमलावरों के हमले की रणनीति को नाकाम किया
हमलावरों का उद्देश्य CRPF कर्मियों को कैंप की रक्षा में व्यस्त रखना था, ताकि अन्य समूह राहत शिविर और आसपास के गांवों को निशाना बना सकें। हालांकि, हमलावरों ने यह नहीं देखा कि बाहर खड़ा MPV हथियारों से लैस था और इसमें LMG लगा हुआ था। जैसे ही हमले की शुरुआत हुई, MPV में तैनात कर्मियों ने जवाबी गोलीबारी शुरू की। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, अधिकांश हमलावर पहले गोलाबारी में ही मारे गए और संघर्ष करीब आधे घंटे तक चला।
हमलावरों का पहचान और सशस्त्र संघर्ष की स्थिति
सुरक्षा बलों ने यह स्पष्ट किया कि मारे गए लोग “गांव स्वयंसेवक” नहीं थे, जैसा कि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था। CRPF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “इनमें से नौ लोग चुराचांदपुर से थे। वे 200 किलोमीटर दूर किसी गांव की रक्षा क्यों कर रहे थे?” अधिकारियों ने हमलावरों से AK-47 राइफल, SLR और RPG भी बरामद किए। एक CRPF कर्मी भी इस संघर्ष में घायल हुआ है।
घटना के बाद की स्थिति और हिंसा का नया दौर
घटना के बाद की स्थिति और हिंसा का नया दौरहमले के अगले दिन पुलिस ने जाकुराधोर से दो शव बरामद किए, जो उस राहत शिविर से थे, जो बोरोबेकड़ा पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आता है। पुलिस के अनुसार, ये दो लोग उन दस लोगों में शामिल थे जो सोमवार की हिंसा के बाद लापता हो गए थे। इस हिंसा के बाद, Manipur में एक और हिंसक लहर शुरू हुई, जिसमें जिरीबाम जिले के पास एक महिला की हत्या की गई।