पाकिस्तानी सेना पर बड़ा हमला, कई जवान मारे गए
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है। जिला बाजौर की सबसे बड़ी कमर्शियल मार्केट इनायत कलाई में आतंकियों ने पाकिस्तानी सेना की गाड़ी को निशाना बनाया। इस हमले में 10 से ज्यादा जवानों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
मार्केट में मचा हड़कंप
यह हमला उस समय हुआ जब सेना का काफिला इनायत कलाई मार्केट से गुजर रहा था। अचानक हुई फायरिंग और धमाकों से आसपास मौजूद लोग दहशत में आ गए और दुकानों से बाहर निकलकर सुरक्षित जगहों की ओर भागने लगे। चश्मदीदों के मुताबिक, धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दूर-दूर तक सुनाई दी। इसके बाद पूरे मार्केट में धुआं फैल गया।
पश्तून लड़ाकों पर शक
स्थानीय सूत्रों का मानना है कि इस हमले के पीछे पश्तून लड़ाकों का हाथ है। पिछले कुछ महीनों से इस इलाके में सेना और उग्रवादियों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। अक्सर सुरक्षा बलों को आतंकी संगठनों की ओर से हमलों का सामना करना पड़ता है। बताया जा रहा है कि हमलावर पहले से ही घात लगाकर बैठे थे और जैसे ही सेना की गाड़ी वहां पहुंची, उन्होंने उसे निशाना बना लिया।
घायलों का इलाज जारी
हमले के तुरंत बाद सेना ने इलाके को घेर लिया और राहत कार्य शुरू कर दिया। गंभीर रूप से घायल जवानों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कई जवानों की हालत अभी भी नाजुक बताई जा रही है। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया है और संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
पाकिस्तान में बढ़ रही हिंसा
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बाजौर जैसे इलाके लंबे समय से आतंकवाद और हिंसा की चपेट में रहे हैं। यहां पर लगातार सेना और उग्रवादियों के बीच झड़पें होती रहती हैं। हाल ही में कई बार सेना के काफिलों और चेकपोस्ट को निशाना बनाया गया है। इस ताज़ा हमले ने एक बार फिर से पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सरकार के लिए चुनौती
यह हमला पाक सरकार और सेना के लिए बड़ी चुनौती है। जिस इलाके में हमला हुआ, वहां आमतौर पर भीड़भाड़ रहती है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि इतनी सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद आतंकियों ने इतना बड़ा हमला कैसे कर दिया। अब देखने वाली बात होगी कि पाक सरकार इस घटना के बाद क्या कदम उठाती है और किस तरह से हालात को संभालती है।