पेट और पसलियों का दर्द किडनी डैमेज का संकेत
किडनी हमारे शरीर का बेहद अहम हिस्सा है। इसका काम खून को साफ करना और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालना होता है। लेकिन जब किडनी पर ज्यादा दबाव पड़ने लगता है या उसकी कार्यक्षमता कम होने लगती है तो शरीर कुछ संकेत देने लगता है। अक्सर लोग इन संकेतों को साधारण मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे आगे चलकर बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है।
एक्सपर्ट की चेतावनी
हेल्थ कोच और न्यूट्रिशनिस्ट विक्रम सेठा के अनुसार, आजकल युवाओं में किडनी डैमेज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका मुख्य कारण सिडेंटरी लाइफस्टाइल और अनहेल्दी फूड है। कई लोगों को शुरुआती उम्र में ही डायलिसिस की नौबत आ जाती है। एक्सपर्ट कहते हैं कि हमें पेट दर्द, पसलियों का दर्द और पेशाब से जुड़ी गड़बड़ियों को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
पेट दर्द और किडनी
पहले पेट दर्द को सिर्फ पाचन से जुड़ी समस्या माना जाता था, लेकिन अब यह किडनी खराब होने का एक बड़ा संकेत बन गया है। अगर किसी को लगातार पेट दर्द हो रहा है और दवाइयों के बाद भी राहत नहीं मिल रही, तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
पसलियों और पीठ का दर्द
शरीर के दाएं हिस्से में पसलियों या पीठ के आसपास दर्द होना भी किडनी डैमेज की ओर इशारा कर सकता है। यह दर्द केवल हड्डियों से जुड़ा नहीं होता, बल्कि यह किडनी में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।
अन्य लक्षण
किडनी की समस्या केवल पेट और पसलियों तक सीमित नहीं रहती। इसके अलावा कुछ और संकेत भी दिखाई देते हैं, जैसे:
- पेशाब का रुक-रुककर आना
- पैरों के तलवों में दर्द और सूजन
- सुबह उठते ही उल्टी या जी मिचलाना
- पेट में मरोड़े आना
अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
किडनी खराब होने की बड़ी वजह
लाइफस्टाइल के साथ-साथ दर्द निवारक दवाओं का ज्यादा सेवन भी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। अक्सर लोग दर्द कम करने के लिए पेनकिलर्स लेते हैं, लेकिन इनके साइड इफेक्ट्स को नजरअंदाज कर देते हैं। लंबे समय तक इन दवाओं का इस्तेमाल किडनी को कमजोर कर सकता है।
किडनी को स्वस्थ रखने के उपाय
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर हम अपनी डेली हैबिट्स में छोटे-छोटे बदलाव करें तो किडनी लंबे समय तक स्वस्थ रह सकती है।
- दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं।
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाए रखें।
- तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड कम खाएं।
- फलों और सब्जियों को डाइट में शामिल करें।
- नमक और चीनी का सेवन सीमित करें।
निष्कर्ष
किडनी की समस्या धीरे-धीरे बढ़ती है और जब तक इसका पता चलता है, तब तक स्थिति गंभीर हो सकती है। इसलिए पेट दर्द, पसलियों का दर्द और पेशाब से जुड़ी छोटी-छोटी गड़बड़ियों को नजरअंदाज न करें। समय पर जांच और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।