खामेनेई को मिली इजराइल की सख्त चेतावनी: “अंजाम होगा सद्दाम जैसा”
इजराइल-ईरान संघर्ष और बढ़ा
मध्य पूर्व में तनाव और अधिक गहरा गया है। इजराइल और ईरान के बीच चल रहा युद्ध अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। इजराइल ने दावा किया है कि उसने ईरान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी अली शादमानी को मार गिराया है। यह दावा ऐसे समय में आया है जब ईरान ने इजराइल की राजधानी तेल अवीव पर मिसाइल हमले किए थे। जवाब में इजराइल ने भी ईरान को चेतावनी दे डाली।
इजराइल का खामेनेई को सीधा संदेश
इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर खामेनेई युद्ध और इजराइल पर मिसाइल हमले जारी रखते हैं, तो उनका अंजाम भी सद्दाम हुसैन जैसा होगा। उन्होंने दो टूक कहा कि खामेनेई को याद रखना चाहिए कि जो नेता इजराइल के खिलाफ खड़े हुए, उनका क्या हश्र हुआ।
खामेनेई के लिए क्यों आई ये तुलना?
सद्दाम हुसैन इराक के पूर्व राष्ट्रपति थे, जिन्होंने 1991 में खाड़ी युद्ध के दौरान इजराइल पर स्कड मिसाइलें दागी थीं। उन पर गुप्त रूप से परमाणु हथियार विकसित करने का भी आरोप था। 2003 में अमेरिका ने इराक पर हमला कर उन्हें सत्ता से हटा दिया और बाद में उन्हें फांसी दे दी गई। इजराइल का इशारा साफ है – अगर खामेनेई इजराइल के खिलाफ आक्रामक नीति अपनाते हैं, तो उनका भी वही अंजाम हो सकता है।
आम जनता में दहशत
मंगलवार को जब ईरान ने इजराइल पर मिसाइलें दागीं, तो तेल अवीव समेत कई शहरों में सायरन बजने लगे। लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे। ऐसे माहौल में दोनों देशों के बीच तनाव किसी भी समय पूर्ण युद्ध में बदल सकता है।
अब क्या होगा आगे?
अब सवाल यह है कि क्या खामेनेई इजराइल की धमकी को गंभीरता से लेंगे या स्थिति और खराब होगी? दोनों देशों के बीच कूटनीतिक प्रयास फिलहाल ठप हैं और हर नया हमला संघर्ष को और गहरा बना रहा है। क्षेत्रीय शांति के लिए यह समय बेहद नाजुक हो चुका है। यदि स्थिति नहीं संभली तो यह टकराव वैश्विक संकट का रूप ले सकता है
निष्कर्ष: इजराइल की ओर से यह चेतावनी सिर्फ एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि एक स्पष्ट सैन्य संदेश भी है। अब यह देखना होगा कि ईरान क्या प्रतिक्रिया देता है – समझौते की ओर बढ़ेगा या टकराव के रास्ते पर आगे बढ़ेगा।