इजराइल पर हूती विद्रोहियों के ताबड़तोड़ हमले, 24 घंटे में दहशत का माहौल
मिडिल ईस्ट में चल रहा तनाव अब और अधिक गंभीर रूप लेता जा रहा है। यमन के हूती विद्रोहियों ने बीते 24 घंटों में इजराइल के खिलाफ चार बड़े हमले किए हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह हिल गई है। इन हमलों ने इजराइल को चौंका दिया है और यह संकेत दे दिया है कि क्षेत्रीय युद्ध अब और गहराने वाला है।
चार शहरों को बनाया गया निशाना
हूती विद्रोहियों के प्रवक्ता यायासारी ने बयान जारी कर बताया कि उन्होंने इजराइल के चार प्रमुख शहरों—बीरशेवा, इलात, अशलोन और हदेरा—को अपने हमलों का निशाना बनाया। इन हमलों में हूती सेना ने हाईटेक हथियारों का इस्तेमाल किया, जिसमें हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल और अत्याधुनिक ड्रोन शामिल हैं।
ईरान के बाद यमन से बढ़ा इजराइल का तनाव
अब तक इजराइल और ईरान के बीच चल रहे तनाव पर दुनियाभर की नजरें थीं, लेकिन अब यमन की ओर से भी खुलेआम हमला होने के बाद हालात और जटिल हो गए हैं। हूती हमलों के बाद इजराइल की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और एयर डिफेंस को और मजबूत किया जा रहा है। लेकिन इन ताबड़तोड़ हमलों ने यह साफ कर दिया है कि अब इजराइल को कई मोर्चों पर एक साथ लड़ाई लड़नी पड़ सकती है।
मिडिल ईस्ट में बढ़ रही अस्थिरता
हूती विद्रोहियों की यह आक्रामकता केवल इजराइल के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे मिडिल ईस्ट के लिए चिंता का विषय बन गई है। इन हमलों से संकेत मिलता है कि इस क्षेत्र में अब कोई भी युद्ध केवल सीमित दायरे में नहीं रहेगा, बल्कि उसका असर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महसूस होगा। खासकर तब, जब युद्ध में शामिल पक्ष हाईटेक हथियारों और आधुनिक रणनीतियों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
दुनिया की नजरें फिर से पश्चिम एशिया पर
इन ताजा हमलों के बाद एक बार फिर पूरी दुनिया की नजरें पश्चिम एशिया पर टिक गई हैं। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की ओर से स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है, जबकि संयुक्त राष्ट्र भी हालात को लेकर चिंतित है। इजराइल की सेना ने भी कहा है कि वह जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है और कोई भी खतरा हुआ तो उसका उचित जवाब दिया जाएगा।
इस पूरे घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया है कि यमन के हूती विद्रोही अब केवल एक स्थानीय शक्ति नहीं रहे, बल्कि वे एक ऐसे क्षेत्रीय समूह में बदल गए हैं, जिनकी रणनीति और शक्ति दोनों को गंभीरता से लेने की जरूरत है।