ब्रिटेन के सैन्य एयरबेस में घुसपैठ, दो युद्धक विमानों को पहुंचाया नुकसान — इजराइल-ईरान विवाद के बीच नई हलचल
इजराइल और ईरान के बीच चल रहे तनावपूर्ण हालात के बीच ब्रिटेन के एक प्रमुख सैन्य एयरबेस में चौंकाने वाली घुसपैठ की खबर सामने आई है। इस घटना ने वैश्विक सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
RAF ब्रिज नॉर्टन में साइकिल से घुसा प्रदर्शनकारी
ब्रिटेन के सबसे बड़े सैन्य एयरबेस RAF ब्रिज नॉर्टन में एक फिलिस्तीन समर्थक कार्यकर्ता ने सुरक्षा को धता बताते हुए साइकिल से घुसपैठ की। यह कार्यकर्ता ‘फिलिस्तीन एक्शन’ नामक संगठन से जुड़ा बताया जा रहा है। उसने दो सैन्य विमानों पर लाल रंग का स्प्रे कर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया और रनवे पर फिलिस्तीनी झंडा भी लहरा दिया।
वीडियो वायरल, सुरक्षा पर उठे सवाल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर ‘फिलिस्तीन एक्शन’ की ओर से साझा किया गया है। इसमें देखा जा सकता है कि साइकिल सवार व्यक्ति रनवे पर खुलकर पेंट कर रहा है और विमानों के टर्बाइन पर भी लाल रंग का स्प्रे कर रहा है। वीडियो के साथ दिए गए संदेश में दावा किया गया है कि “RAF ब्रिज नॉर्टन से उड़ने वाले विमानों का इस्तेमाल गाजा में नरसंहार के लिए हथियार भेजने में होता है।”
अब सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि इतनी सख्त सुरक्षा वाले सैन्य अड्डे पर एक साइकिल सवार व्यक्ति आखिर इतनी आसानी से कैसे दाखिल हो गया? क्या सुरक्षा व्यवस्था में कोई बड़ी चूक हुई है या यह आतंरिक सतर्कता में कमी का मामला है?
ब्रिटेन में फिलिस्तीन समर्थक आंदोलन तेज
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब इजराइल और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। दुनिया के कई हिस्सों में फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, और अब ये प्रदर्शन सैन्य ठिकानों तक पहुंच चुके हैं। यह घटना साफ संकेत देती है कि फिलिस्तीन समर्थक समूह अब अपने विरोध को और अधिक उग्र और प्रतीकात्मक बनाना चाह रहे हैं।
ईरान से दूतावासों की वापसी शुरू
इस बीच ईरान में स्थिति और अधिक अस्थिर होती दिख रही है। स्विट्जरलैंड के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि उसने ईरान में अपना दूतावास अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी राजनयिक अधिकारी और कर्मचारी सुरक्षित रूप से बाहर निकल चुके हैं। यह कदम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष को देखते हुए उठाया गया है।
सुरक्षा पर अंतरराष्ट्रीय चिंता
RAF ब्रिज नॉर्टन जैसी जगह पर हुई इस तरह की घटना न केवल ब्रिटेन के लिए बल्कि नाटो और पश्चिमी देशों के लिए भी चेतावनी की घंटी है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या सैन्य अड्डों की सुरक्षा अब इतने कमजोर हो गई है कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी रुकावट के भीतर जाकर युद्धक विमानों को नुकसान पहुंचा सकता है?
इजराइल-ईरान संघर्ष का यह अप्रत्यक्ष असर अब उन देशों तक भी पहुंच रहा है जो सीधे युद्ध का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन कहीं न कहीं इसकी छाया उनकी सुरक्षा और राजनीति पर गहरा असर डाल रही है।