पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भीषण संघर्ष, 19 पाक सैनिक मारे गए
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर भीषण संघर्ष छिड़ गया है, जिसमें 19 पाकिस्तानी सैनिकों और 3 अफगान नागरिकों की मौत हो गई है। यह संघर्ष पाकिस्तान की सीमा से लगे अफगानिस्तान के पूर्वी खोस्त और पक्तिका प्रांतों में हुआ। दोनों देशों के सैनिकों के बीच जारी इस युद्ध ने पूरे क्षेत्र को एक बार फिर अशांति में डाल दिया है। अफगान सेना ने पाकिस्तान के हवाई हमलों का जवाब देने के लिए 15 हजार लड़ाकों को भेजा है, और इस संघर्ष का असर अन्य क्षेत्रों में भी महसूस किया जा रहा है।
पाकिस्तान के हवाई हमले के बाद संघर्ष तेज़ हुआ
पाकिस्तानी सैन्य विमानों द्वारा अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में की गई बमबारी के बाद अफगान बलों ने जवाबी कार्रवाई की। पाकिस्तान द्वारा किए गए इस हवाई हमले में पक्तिका के सात गांवों पर बमबारी की गई, जिससे वहां के नागरिकों में भय का माहौल बन गया। पाकिस्तान का दावा है कि इस हमले का उद्देश्य तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाना था, जो अफगानिस्तान के अंदर पाकिस्तान पर हमले कर रहे थे। लेकिन इस हमले में नागरिकों की भी जान गई, और अफगानिस्तान ने इसे बर्बरता करार दिया।
अफगानिस्तान ने इस हमले का कड़ा विरोध करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ पलटवार किया। अफगान बलों ने पक्तिका और खोस्त प्रांत के कुछ क्षेत्रों में पाकिस्तानी चौकियों पर हमला किया और दो पाकिस्तानी चौकियों पर कब्जा कर लिया। अफगान बलों ने पाकिस्तान के भीतर स्थित कई ठिकानों को निशाना बनाते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिससे 46 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।
अफगानिस्तान ने भेजे 15 हजार लड़ाके
पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमलों के बाद अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई। अफगान सरकार ने 15 हजार लड़ाकों को सीमा पर तैनात किया और पाकिस्तान के ठिकानों पर हमला किया। अफगान रक्षा मंत्रालय ने इस कार्रवाई को पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमलों का उचित जवाब बताया। मंत्रालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के ठिकाने अफगानिस्तान में हमलों की योजना बनाने के लिए इस्तेमाल हो रहे थे, इसलिए उन्हें निशाना बनाना जरूरी था।
अफगान सैनिकों की इस जवाबी कार्रवाई को स्थानीय लोगों ने खूब सराहा और खोस्त प्रांत में बड़ी संख्या में लोग अफगान सेना के समर्थन में सड़कों पर उतर आए। उन्होंने खुशी से अफगान सेना के समर्थन में नारे लगाए और इस संघर्ष में अपनी भूमिका निभाने का संकल्प लिया।
काबुल में दो विस्फोट, हालात बिगड़े
इस बीच, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में पिछले 24 घंटों के भीतर दो विस्फोट हुए हैं। पहला विस्फोट शनिवार को शेख जायद अस्पताल के पास हुआ, लेकिन इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। दूसरा विस्फोट शुक्रवार को भारतीय दूतावास के पास हुआ, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गई। विस्फोटों ने काबुल में सुरक्षा की स्थिति को और अधिक नाजुक बना दिया है।
इस घटना से पहले, 24 दिसंबर को जलालाबाद स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के एक अफगान कर्मचारी पर हमला हुआ था, जिसमें वह घायल हो गए थे। इन घटनाओं ने अफगानिस्तान में आतंकवाद और सीमा पार संघर्ष को एक बार फिर से उकसा दिया है।
निष्कर्ष
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चल रहा यह संघर्ष अब तक का सबसे भीषण संघर्ष बन चुका है। दोनों देशों के बीच बढ़ती हिंसा और हवाई हमलों के बीच काबुल और इस्लामाबाद में तनाव और बढ़ सकता है। स्थिति को शांत करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सक्रिय रूप से दखल देने की आवश्यकता है, ताकि दोनों देशों के बीच युद्ध के बजाय शांति स्थापित की जा सके।