स्टॉकहोम में बोलेगा भारत: CEC ज्ञानेश कुमार देंगे चुनावी सत्यनिष्ठा पर संबोधन
भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार स्वीडन के स्टॉकहोम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में करेंगे भागीदारी
प्रवासी भारतीयों से हुई मुलाकात, चुनावी सुधारों और तकनीक पर रखे विचार
भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार इन दिनों स्वीडन दौरे पर हैं। वे 10 से 12 जून तक स्टॉकहोम में होने वाले एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह सम्मेलन “चुनावी सत्यनिष्ठा” पर आधारित है, जिसे इंटरनेशनल आईडीईए द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
प्रवासियों से संवाद और डिजिटल पहल का जिक्र
स्वीडन यात्रा के दौरान उन्होंने वहां रहने वाले भारतीय प्रवासियों से बातचीत की। इस मौके पर उन्होंने भारत में चुनावी प्रक्रिया में प्रवासी भारतीयों की भागीदारी को लेकर निर्वाचन आयोग की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने दो अहम डिजिटल पहलों का उल्लेख किया:
- ई-वोटर पंजीकरण प्रणाली
- डाक मतपत्र प्रबंधन प्रणाली (ETPBMS)
इन तकनीकों का उद्देश्य प्रवासी भारतीयों की भागीदारी को बढ़ावा देना है।
स्टॉकहोम सम्मेलन में भारत को मिली विशेष जगह
सम्मेलन में भारत की चुनावी प्रणाली और उसके प्रबंधन को वैश्विक स्तर पर सराहा जा रहा है। ज्ञानेश कुमार को उद्घाटन भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया है। भारत जैसे विशाल लोकतंत्र की चुनावी प्रक्रिया, इसके संसाधन और नवाचार, दुनिया के लगभग 50 देशों से आए 100 से अधिक प्रतिनिधियों के बीच चर्चा का विषय हैं। यह आयोजन स्वीडन के विदेश मंत्रालय, स्वीडन के निर्वाचन प्राधिकरण और ऑस्ट्रेलियाई निर्वाचन आयोग के सहयोग से हो रहा है।
वैश्विक नेताओं से होगी मुलाकात
ज्ञानेश कुमार की सम्मेलन के दौरान कई वरिष्ठ नेताओं और चुनाव आयोग प्रमुखों से द्विपक्षीय बैठकें तय हैं।
इनमें शामिल हैं:
- इंटरनेशनल आईडीईए के महासचिव केविन कैसास-जमोरा
- एशिया-प्रशांत निदेशक लीना रिक्किला तमांग
- नामीबिया की निर्वाचन प्रमुख डॉ. एल्सी टी. न्घिकेम्बुआ
- मॉरीशस के चुनाव आयुक्त अब्दुल रहमान मोहम्मद इरफान
साथ ही, वे यूनाइटेड किंगडम, नीदरलैंड, फ्रांस, इंडोनेशिया, मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्जरलैंड और अन्य करीब 20 देशों के चुनाव प्रमुखों से भी अलग-अलग मुलाकात करेंगे। इन बैठकों का मकसद चुनावी अनुभवों का आदान-प्रदान और वैश्विक लोकतांत्रिक सहयोग को बढ़ावा देना है।
सम्मेलन के प्रमुख उद्देश्य
स्टॉकहोम सम्मेलन में चुनावी प्रक्रियाओं से जुड़ी वर्तमान वैश्विक चुनौतियों पर विचार किया जाएगा। इसमें ये विषय प्रमुख हैं:
- चुनावों में दुष्प्रचार और गलत सूचना
- डिजिटल सुरक्षा और व्यवधान
- जलवायु संकट का चुनावी व्यवस्था पर प्रभाव
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका
भारत, जो दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, इन मुद्दों पर अपने अनुभव और नवाचारों के साथ वैश्विक चर्चाओं में एक महत्वपूर्ण भागीदार बना हुआ है। भारत का भारतीय अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र एवं निर्वाचन प्रबंधन संस्थान (IIIDEM) इस दिशा में दुनिया को चुनावी प्रबंधन की उत्कृष्टता सिखा रहा है।