लॉर्ड्स में हार से भारत को डब्ल्यूटीसी में तगड़ा झटका, इंग्लैंड ने लगाई छलांग
रोमांच से भरे मुकाबले में भारत की हार
भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट मैच का परिणाम आखिरी दिन आया, जहां मैच पूरी तरह रोमांच से भरा रहा। टीम इंडिया ने अंतिम पल तक संघर्ष किया, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज आखिरी विकेट के रूप में टीम को जीत की दहलीज तक ले आए थे, लेकिन जीत 23 रन दूर रह गई और सिराज दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से आउट हो गए।
सिराज की किस्मत ने छोड़ा साथ
आखिरी विकेट की जद्दोजहद में मोहम्मद सिराज ने शोएब बशीर की गेंद पर बैकफुट डिफेंस किया। गेंद सीधे बैट पर आई थी, लेकिन पिच से टकराकर स्टंप्स पर जा लगी। सिराज के बोल्ड होते ही भारत का संघर्ष खत्म हुआ और इंग्लैंड ने यह मैच अपने नाम कर लिया।
डब्ल्यूटीसी प्वाइंट्स टेबल में भारत को नुकसान
इस हार का असर केवल सीरीज पर ही नहीं, बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की प्वाइंट्स टेबल पर भी पड़ा है। लॉर्ड्स टेस्ट से पहले भारत और इंग्लैंड दोनों के पास दो मैचों में एक जीत और एक हार के बाद 12 अंक थे। भारत चौथे और इंग्लैंड तीसरे स्थान पर था। लॉर्ड्स में जीत के बाद इंग्लैंड अब 24 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया है।
इंग्लैंड ने मारी टेबल में छलांग
इंग्लैंड का अंक प्रतिशत अब 66.67% हो गया है, जो उसे दूसरे पायदान पर ले गया है। ऑस्ट्रेलिया अभी पहले स्थान पर है, जिसने दो में से दो मैच जीतकर 24 अंक और 100% अंक प्रतिशत हासिल किया है। वहीं, श्रीलंका तीसरे स्थान पर है, जिसके दो मैचों में एक जीत और एक ड्रॉ के बाद 16 अंक हैं और उसका अंक प्रतिशत भी 66.67% है।
भारत लुढ़का नीचे, अंक प्रतिशत गिरा
भारत के अब तीन मैचों में केवल एक जीत और दो हार हैं। उसके पास अभी भी 12 अंक हैं, लेकिन अब उसका अंक प्रतिशत गिरकर 33.33% हो गया है। यह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में फाइनल तक पहुंचने की उम्मीदों को कमजोर कर सकता है।
टेस्ट सीरीज में भी पिछड़ा भारत
लॉर्ड्स में मिली हार से भारत अब पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-2 से पिछड़ गया है। पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने जीत दर्ज की थी, जबकि दूसरा मैच भारत ने अपने नाम किया था। लॉर्ड्स टेस्ट में हार से भारत को डबल झटका लगा—सीरीज में पिछड़ना और डब्ल्यूटीसी प्वाइंट्स टेबल में गिरावट।
निष्कर्ष
इस मुकाबले ने दिखा दिया कि क्रिकेट में किस्मत का भी अहम रोल होता है। भारत ने जी-जान लगाकर खेला, लेकिन आखिरकार 23 रन से हार गया। अब आगे आने वाले दो टेस्ट मैच भारत के लिए निर्णायक होंगे, जहां उसे न सिर्फ सीरीज में वापसी करनी होगी, बल्कि डब्ल्यूटीसी की दौड़ में भी मजबूत पकड़ बनानी होगी।