दिल्ली समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानिए 10 अगस्त तक कैसा रहेगा मौसम
नई दिल्ली – देशभर में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर दिल्ली, उत्तर भारत, पूर्वोत्तर, दक्षिण और मध्य भारत के कई हिस्सों में अगले कुछ दिन भीगने वाले हैं। मौसम विभाग ने 4 अगस्त से लेकर 10 अगस्त तक का विस्तृत पूर्वानुमान जारी किया है।
दिल्ली का मौसम कैसा रहेगा?
दिल्ली में आज दिनभर बादल छाए रहे। सुबह हल्की से मध्यम बारिश हुई और तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने 10 अगस्त तक दिल्ली में बादल छाए रहने और गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है।
किन राज्यों में भारी बारिश का खतरा?
मौसम विभाग के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। वहीं, तमिलनाडु और केरल में भी 5 दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। 5 और 6 अगस्त को इन राज्यों के घाट क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
पूर्वोत्तर भारत जैसे अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में भी 5 से 10 अगस्त तक बारिश की तीव्रता अधिक रहेगी।
मध्य और पूर्वी भारत में कैसा रहेगा मौसम?
5 से 9 अगस्त के बीच उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारी से मध्यम बारिश के आसार हैं। खासकर 8 से 10 अगस्त के बीच छत्तीसगढ़ में कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
दक्षिण भारत में भी अलर्ट जारी
तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में भी अगले 5 दिन गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं। 5-6 अगस्त को लक्षद्वीप और 6-8 अगस्त के बीच उत्तरी कर्नाटक में भी मौसम बिगड़ने के संकेत हैं।
मौसम खराब होने के कारण
IMD के अनुसार, हिमाचल प्रदेश, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिण बांग्लादेश के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ भी हिमाचल प्रदेश और जम्मू क्षेत्र में एक्टिव है, जिससे मानसून को ताकत मिल रही है।
निष्कर्ष
देशभर में अगले 5 से 6 दिन मौसम खराब रहने वाला है। कई इलाकों में स्कूल बंद हो सकते हैं, यातायात प्रभावित हो सकता है और लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है। विशेष रूप से पर्वतीय इलाकों और जलभराव वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।