गाज़ा अस्पताल पर इज़रायली हमले में 28 की मौत, हालात बेहद तनावपूर्ण
इज़राइल और हमास के बीच जारी संघर्ष एक बार फिर गहराता जा रहा है। ताजा हमले में इज़रायली वायुसेना ने गाज़ा पट्टी के खान यूनिस क्षेत्र में स्थित यूरोपीय अस्पताल को निशाना बनाया है। इस हमले में कम से कम 28 लोगों की जान चली गई है, जबकि दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। स्थानीय नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, यह हमला देर रात उस समय हुआ जब अस्पताल में मरीजों और परिजनों की भारी भीड़ मौजूद थी।
एक साथ गिराए गए छह बम
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, इज़रायली विमानों ने अस्पताल पर एक साथ छह बम गिराए, जिससे अस्पताल का अंदरूनी हिस्सा, खुला प्रांगण और आस-पास के कई हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। विस्फोट के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और घायल लोगों को तुरंत पास के मेडिकल सेंटरों में भर्ती कराया गया। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इज़रायल ने दी हमले की पुष्टि
इस हमले के बाद इज़रायली सेना ने खुले तौर पर इस एयर स्ट्राइक की पुष्टि की है। उनका दावा है कि उन्होंने हमास के एक कमांड और नियंत्रण केंद्र को निशाना बनाया, जो कथित रूप से अस्पताल के नीचे स्थित था। इज़रायली सेना ने इस हमले को एक सटीक सैन्य कार्रवाई बताया है, लेकिन इसके कारण कई आम नागरिकों की जान चली गई, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना भी तेज हो गई है।
पत्रकार भी घायल, स्थिति अब स्थिर
इस हमले में सिर्फ आम नागरिक ही नहीं, बल्कि एक स्वतंत्र पत्रकार भी घायल हुए हैं जो गाज़ा में अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लिए काम कर रहे थे। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया और अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
मानवीय संकट और बढ़ा
इस हमले के बाद गाज़ा में पहले से ही बने मानवीय संकट और गहराता दिख रहा है। अस्पतालों पर हमले ने चिकित्सा सेवाओं पर गंभीर प्रभाव डाला है। घायल लोगों को संभालने के लिए न तो पर्याप्त संसाधन हैं और न ही सुविधाएं। स्थानीय मेडिकल स्टाफ के मुताबिक, अब भी कई घायल अस्पताल के बाहर जमीन पर पड़े हैं क्योंकि अंदर जगह नहीं बची है।
अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ी
गाज़ा में अस्पतालों और नागरिक ठिकानों पर हो रहे हमलों को लेकर दुनियाभर में चिंता जताई जा रही है। कई मानवाधिकार संगठनों ने इस हमले की निंदा की है और इसे युद्ध अपराध करार देने की मांग उठाई है। इस घटनाक्रम से क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है, जिससे आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ने की आशंका है।
निष्कर्ष: इज़राइल और हमास के बीच का यह युद्ध अब आम नागरिकों की जान लेने तक पहुंच गया है। अस्पताल जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थानों पर हमले से यह स्पष्ट है कि जंग का रूप अब और भी खतरनाक हो गया है। हालात पर काबू पाने के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग तेज होती जा रही है।