आधुनिक युद्ध का नया चेहरा: ईरान-इज़रायल संघर्ष में ड्रोन की निर्णायक भूमिका
छोटे आकार वाले ड्रोन बने बड़े हमलों का जरिया
आधुनिक युद्ध की रणनीतियों में लगातार बदलाव हो रहा है और इन परिवर्तनों में सबसे बड़ी भूमिका निभा रहे हैं ड्रोन। चाहे रूस-यूक्रेन युद्ध हो या फिर अब ईरान और इज़रायल के बीच चल रहा तनाव—हर जगह ड्रोन ने यह साबित कर दिया है कि वे भविष्य की लड़ाइयों में निर्णायक भूमिका निभाने वाले हैं। छोटे आकार, रडार से बच निकलने की क्षमता और सटीक हमलों की वजह से ये ड्रोन दुश्मन के लिए खतरे की घंटी बन चुके हैं।
दुश्मन के इलाके के भीतर से हमला, रोकना मुश्किल
ड्रोन की सबसे बड़ी ताकत यही है कि वे दुश्मन के इलाके के भीतर से लॉन्च किए जा सकते हैं। हाल ही में इसी तरह की कार्रवाई ईरान और रूस में देखी गई। दुश्मन के अंदरूनी ठिकानों को जब अचानक निशाना बनाया जाता है, तो वह पूरी रणनीति को झकझोर देता है। ऐसे हमलों में न सिर्फ आधुनिक तकनीक का उपयोग होता है, बल्कि गहरी सैन्य योजना और गुप्त गतिविधियों का भी अहम योगदान होता है।
ड्रोन: गुप्त ऑपरेशनों का अहम हिस्सा
युद्ध में जासूसी और गुप्त ऑपरेशन कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन अब इन अभियानों में ड्रोन एक प्रभावशाली माध्यम बन चुके हैं। अधिकारियों और सैन्य विश्लेषकों का मानना है कि घातक ड्रोन का निर्माण और तैनाती एक तेजी से विकसित हो रही रणनीति का हिस्सा है। उदाहरण के तौर पर, हाल ही में 117 ड्रोन का एक झुंड रूस के 40 से अधिक युद्धक विमानों पर हमला करता पाया गया। ये सभी ड्रोन यूक्रेन द्वारा पहले ही गुप्त रूप से तैनात किए जा चुके थे—कुछ तो हजारों किलोमीटर दूर स्थित ठिकानों के पास।
इज़रायल की रणनीति ने ईरान को चौंकाया
इज़रायल ने भी हाल ही में ड्रोन और मिसाइलों का सहारा लेकर ईरान की वायु रक्षा प्रणालियों, इंटरसेप्टर्स और मिसाइल ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। इन अभियानों की तैयारी महीनों पहले से शुरू की गई थी, जब इज़रायली खुफिया अधिकारियों ने इन ड्रोन को गुप्त रूप से ईरान में पहुंचा दिया था। हालांकि इन अभियानों के सटीक तरीके और जानकारी के स्रोत अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन इससे साफ है कि इज़रायल की रणनीति ने उसे एक महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई।
बदलता हुआ युद्ध का तरीका
ड्रोन अब सिर्फ निगरानी या सीमित हमलों का जरिया नहीं रहे। वे अब गहरी और निर्णायक सैन्य कार्रवाइयों का हिस्सा बन गए हैं। चाहे किसी देश की रक्षा प्रणाली को भेदना हो या दुश्मन के प्लान को फेल करना—ड्रोन अब हर जगह मौजूद हैं।
निष्कर्ष:
ड्रोन तकनीक युद्ध की परिभाषा को तेजी से बदल रही है। जैसे-जैसे तकनीक और रणनीतियाँ आगे बढ़ेंगी, ये छोटे मगर शक्तिशाली हथियार दुनिया के हर युद्ध क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाएंगे। ईरान-इज़रायल संघर्ष इसका सबसे ताज़ा उदाहरण है।