Donald Trump चीनी वस्तुओं पर भारी टैरिफ लगाने के साथ ही ताइवान की चिप कंपनी TSMC से ‘प्रोटेक्शन फीस’ की मांग कर रहे हैं। वैश्विक चिप आपूर्ति पर इसका बड़ा प्रभाव हो सकता है, लेकिन ताइवान के आर्थिक मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि TSMC के अमेरिकी रोजगारों को CHIPS Act का समर्थन मिलना चाहिए। ताइवान इस बीच बदलते व्यापारिक हालात के लिए भी तैयार हो रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित Donald Trump के चीनी आयात पर 60% टैरिफ लगाने के वादे के बाद ताइवान सरकार अपनी कंपनियों को चीन छोड़ने में मदद के लिए तैयार हो रही है। ताइवान के आर्थिक मंत्री कुओ ज्यह-हुई ने उन कंपनियों के लिए योजनाएं बनाईं हैं, जो उत्पादन स्थानांतरित करना चाहती हैं, ताकि तकनीकी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर पर प्रभाव कम हो सके। ट्रंप TSMC जैसी कंपनियों से ‘प्रोटेक्शन फीस’ की मांग कर रहे हैं, और ताइवान वैश्विक चिप आपूर्ति पर इसके संभावित असर के बीच व्यापारिक बदलावों के लिए तैयार हो रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित Donald Trump की प्रस्तावित आर्थिक नीतियों में सभी अमेरिकी आयातों पर 10% टैरिफ शामिल है, जिसका ताइवान पर सीधा प्रभाव कम होगा, जैसा कि ताइवान के आर्थिक मंत्री ने कहा। हालांकि, चीनी उत्पादों पर प्रस्तावित 60% टैरिफ ताइवान की उन कंपनियों पर बड़ा असर डाल सकता है जो चीन में काम करती हैं, विशेष रूप से ताइवान के तकनीकी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की कंपनियों पर।