दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की एएनटीएफ ने अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए मादक पदार्थ मारिजुआना की सप्लाई करने वाले पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 22.951 किलोग्राम मारिजुआना और एक स्विफ्ट कार जब्त की गई है, जिसकी अनुमानित कीमत भारतीय बाजार में लगभग 12 लाख रुपये है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस उपायुक्त भीष्म सिंह के अनुसार, एएनटीएफ की टीम दिल्ली में सक्रिय ड्रग तस्करों और आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ एक अभियान चला रही थी। हवलदार सांवर मल को जानकारी मिली कि धर्मेंद्र शाह नाम का एक व्यक्ति मारिजुआना की तस्करी में शामिल है। वह अपने साथी प्रीतम के साथ विजय घाट में नर्सरी के पास अपने रिसीवर को मारिजुआना देने वाला है। एसीपी/एएनटीएफ अनिल शर्मा की देखरेख में पुलिस ने घेराबंदी करके धर्मेंद्र शाह और प्रीतम को गिरफ्तार किया और उनके पास से स्विफ्ट डिजायर टैक्सी जब्त की गई।
आरोपी धर्मेंद्र शाह ने बताया कि वह नोएडा के सप्लायर मुन्ना से मादक पदार्थ खरीदता है और इसे दिल्ली और एनसीआर में बेचता है। इंस्पेक्टर पंकज कुमार की टीम ने धर्मेंद्र की जानकारी के आधार पर उसके सहयोगी अजय कुमार को भी गिरफ्तार किया। इसके बाद, रिसीवर नीरज कुमार को पकड़ा गया, और अंततः मुन्ना को 7 अक्टूबर को नोएडा से गिरफ्तार किया गया।
मुन्ना, जो पिछले 6-7 वर्षों से मारिजुआना की तस्करी कर रहा था, आंध्र प्रदेश के नक्सलियों से मादक पदार्थ खरीदकर इसे दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करता था। हाल ही में, नक्सलियों ने उसकी कार को छीन लिया, जिसके बाद से उसने टैक्सी से काम करना शुरू कर दिया।
एक आरोपी मुन्ना पहले से दो एनडीपीएस मामलों में शामिल रहा है—एक मामला दिल्ली में और दूसरा नोएडा में 2023 में दर्ज हुआ। दिल्ली के मामले में उसे अंतरिम जमानत मिली थी, लेकिन उसने आत्मसमर्पण नहीं किया और पैरोल जंप कर गया। धर्मेंद्र शाह और नीरज कुमार के खिलाफ एक-एक एनडीपीएस मामला दर्ज है, जबकि मुन्ना के खिलाफ दो मामले हैं।