बलूचिस्तान की आजादी का ऐलान, भारत से समर्थन की मांग
पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आजादी की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर ‘बलूचिस्तान गणराज्य की घोषणा’ ट्रेंड करने लगी है। यह घोषणा भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच की गई है। बलूचिस्तान में अपनी आजादी को लेकर पिछले कई वर्षों से संघर्ष जारी है, और अब यह मुद्दा एक नए मोड़ पर पहुंच चुका है। बुधवार को बलूच नेता मीर यार बलूच ने प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करके बलूचिस्तान की आजादी की घोषणा की और भारत से इस संघर्ष में समर्थन मांगा।
सोशल मीडिया पर छाया ‘बलूचिस्तान गणराज्य’
पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आजादी की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर ‘बलूचिस्तान गणराज्य की घोषणा’ ट्रेंड करने लगा। मीर यार बलूच ने अपने पोस्ट में कहा कि बलूच सेनानियों ने पाकिस्तान के डेरा बुगती क्षेत्र में स्थित गैस क्षेत्रों पर हमला किया है, जहां 100 से अधिक गैस के कुएं हैं। यह हमला पाकिस्तानी शासन के खिलाफ बलूचिस्तान के संघर्ष को और भी प्रगाढ़ करता है। बलूच नेताओं का कहना है कि पाकिस्तान की जड़ी हुई सत्ता और उसके कब्जे से मुक्त होने के लिए बलूचिस्तान के लोग इस संघर्ष में आगे बढ़ने को तैयार हैं।
मीर यार बलूच का भारत से समर्थन की अपील
मीर यार बलूच ने अपनी पोस्ट में पाकिस्तान के शासन के खिलाफ अपने संघर्ष को सशक्त रूप से व्यक्त किया। उन्होंने पाकिस्तान की सेना को बलूचिस्तान से वापस बुलाने की मांग की और कहा कि आतंकवादियों द्वारा पाकिस्तान की सत्ता का पतन निकट है। साथ ही, उन्होंने भारत से अपील की कि वह बलूचिस्तान के अधिकारिक कार्यालय और दूतावास को दिल्ली में खोलने की अनुमति दे, ताकि उनकी स्वतंत्रता की ओर बढ़ने में मदद मिल सके।
संयुक्त राष्ट्र से समर्थन की अपील
बलूच नेता ने आगे कहा कि बलूचिस्तान की स्वतंत्रता को संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों को इस मुद्दे पर बैठक बुलानी चाहिए और बलूचिस्तान को एक स्वतंत्र गणराज्य के रूप में पहचान देने की दिशा में कदम उठाने चाहिए। मीर यार बलूच ने कहा कि इसके साथ ही बलूचिस्तान के पासपोर्ट और मुद्रा छापने के लिए अरबों डॉलर की धनराशि जारी की जानी चाहिए, ताकि उनके स्वतंत्रता के अस्तित्व को सुदृढ़ किया जा सके।
निष्कर्ष
बलूचिस्तान के स्वतंत्रता संग्राम ने एक नया मोड़ लिया है और बलूच नेताओं द्वारा पाकिस्तान से आजादी की घोषणा एक महत्वपूर्ण कदम है। इस संघर्ष में भारत का समर्थन और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की स्वीकृति पाने की कोशिश की जा रही है। बलूचिस्तान की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले लोग अब अपने अधिकारों की पहचान के लिए संघर्षरत हैं, और यह मुद्दा वैश्विक मंच पर भी महत्वपूर्ण बन सकता है।