डी गुकेश ने सिंगापुर में शानदार प्रदर्शन करते हुए वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को हराकर इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ 18 वर्षीय भारतीय ग्रैंडमास्टर सबसे युवा वर्ल्ड चेस चैंपियन बन गए। निर्णायक गेम 14 की शुरुआत समान स्तर पर हुई, जहां लिरेन ने टाई-ब्रेक की कोशिश की। लेकिन एक बड़ी गलती के कारण गुकेश ने 7.5-6.5 के स्कोर से जीत दर्ज की।
जीत के बाद गुकेश काफी भावुक हो गए और उन्हें आंसू बहाते हुए देखा गया। इस दौरान सोशल मीडिया पर फैंस ने उन्हें बधाई संदेशों से सराबोर कर दिया। हालांकि, पूर्व वर्ल्ड चैंपियन व्लादिमीर क्रैमनिक ने इस मैच की गुणवत्ता को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे “चेस के अंत की तरह” बताया और लिरेन की गलती को “बच्चों जैसी” कहा। वहीं, मैग्नस कार्लसन ने भी क्रैमनिक का समर्थन करते हुए मैच को “एक ओपन टूर्नामेंट के दूसरे या तीसरे राउंड के मैच” जैसा बताया।
मैग्नस कार्लसन की टिप्पणी पर जब गुकेश से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने एक अलग दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने कहा, “मुझे इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ता। हो सकता है कि कुछ खेलों में गुणवत्ता बहुत ऊंची न रही हो, लेकिन वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच केवल चेस से नहीं, बल्कि बेहतर चरित्र और इच्छाशक्ति से तय होते हैं। और मुझे लगता है कि मैंने इन गुणों को अच्छी तरह से दिखाया।”
गुकेश ने यह भी कहा कि, “मैच की गुणवत्ता उतनी उच्च स्तर की नहीं रही जितनी मैं चाहता था, क्योंकि यह मेरे लिए नया अनुभव था। काम का बोझ और दबाव अलग थे। यह समझ में आता है कि मैं थोड़ा कमजोर था, लेकिन महत्वपूर्ण क्षणों में मैंने अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे मैं खुश हूं।”
क्रैमनिक और कार्लसन की आलोचनाओं के बावजूद, गुकेश को भारत के दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद का समर्थन मिला। शुक्रवार को सिंगापुर में आयोजित एक कार्यक्रम में गुकेश को वर्ल्ड चैंपियन का ताज पहनाया गया।