देश में फिर बढ़े कोरोना के मामले, एक्टिव केस 3961 के पार
देश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर सिर उठाने लगा है। ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोविड-19 के कुल एक्टिव केस अब 3961 तक पहुँच चुके हैं। हालाँकि, विशेषज्ञ इसे अभी गंभीर स्तर की स्थिति नहीं मान रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने जनता को सतर्कता और साफ-सफाई बनाए रखने की सख़्त सलाह दी है।
केरल और महाराष्ट्र सबसे प्रभावित राज्य
देशभर में सबसे ज़्यादा केस केरल से सामने आ रहे हैं, जहाँ 1435 एक्टिव मरीज हैं। इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है, जहाँ भी मामलों में तेज़ी देखी गई है। इन दोनों राज्यों में संक्रमण की रफ्तार दूसरी जगहों की तुलना में ज़्यादा है, जिससे स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है।
दिल्ली में एक युवती की मौत
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से भी चिंताजनक खबर सामने आई है। यहां 22 वर्षीय युवती की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है। इसके साथ ही बीते 24 घंटे में देशभर में कुल 6 मौतें कोरोना के कारण दर्ज की गई हैं। यह स्थिति इस बात की ओर इशारा करती है कि वायरस अब भी पूरी तरह से गया नहीं है।
कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्रालय की अपडेट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 2 जून की सुबह 8 बजे तक के आंकड़ों में देश में कुल एक्टिव केस 3961 बताए गए हैं। यह संख्या भले ही 4000 के आसपास है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि स्थिति नियंत्रण में है। इसके बावजूद हर किसी को सावधानी बनाए रखने की ज़रूरत है।
आम लोगों के लिए जरूरी हिदायतें
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट ने सभी लोगों से कुछ जरूरी एहतियात बरतने की अपील की है:
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क का इस्तेमाल करें
- हाथों को बार-बार धोते रहें या सैनिटाइज़र का उपयोग करें
- अगर सर्दी-खांसी या बुखार जैसे लक्षण हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें
- बूस्टर डोज़ लेने में लापरवाही न करें
वायरस कमजोर लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल जो वैरिएंट एक्टिव हैं, वे पहले की तुलना में कम घातक हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि खतरा टल गया है। इम्युनिटी कमजोर होने पर यह वायरस फिर से सक्रिय हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि लोग लक्षण दिखने पर टेस्ट करवाएं और जरूरत पड़ने पर आइसोलेट हों।
नज़र बनाए रखें, घबराएं नहीं
सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं और हर अपडेट को मॉनिटर किया जा रहा है। देश की हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पहले से कहीं बेहतर स्थिति में है, इसलिए घबराने की नहीं बल्कि सजग और सतर्क रहने की ज़रूरत है।
नोट: कोरोना से जुड़ी किसी भी परेशानी या जानकारी के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें और अफवाहों से बचें।