कांग्रेस का ऐलान: ईडी की चार्जशीट के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन
नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेताओं के नाम सामने आने के बाद पार्टी ने खुलकर नाराजगी जताई है। पार्टी नेतृत्व ने बुधवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का एलान कर दिया है। कांग्रेस ने अपने सभी प्रदेश यूनिट्स को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे अपने-अपने राज्यों में ईडी कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करें और जनता के सामने सच्चाई रखें।
वरिष्ठ नेताओं ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने साफ तौर पर कहा है कि यह मामला राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है। पार्टी का कहना है कि इस केस की शुरुआत से ही इसकी प्रक्रियाएं बेहद अजीब और असामान्य रही हैं। कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह केस बिना किसी वित्तीय लेनदेन या संपत्ति हस्तांतरण के दर्ज किया गया था, जो पूरी तरह निराधार है।
‘ये केस झूठा और बनावटी है’: सिंघवी
सिंघवी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड की पुरानी संपत्तियों को एक नॉन-प्रॉफिट कंपनी के ज़रिए मैनेज किया जा रहा था, जिसमें कोई भी कमर्शियल गतिविधि नहीं हो सकती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी की चार्जशीट उसी झूठी कहानी का हिस्सा है जो पहले से गढ़ी गई थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस इस मामले का कानूनी रूप से डटकर सामना कर रही है और सच जल्द सामने आएगा।
‘राज्य प्रायोजित अपराध है संपत्ति ज़ब्ती’
वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को ज़ब्त करना कानून के शासन का मुखौटा ओढ़कर किया गया एक राज्य प्रायोजित अपराध है। उनका कहना है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दायर करना सिर्फ डराने और चुप कराने की कोशिश है।
‘कांग्रेस नेतृत्व चुप नहीं बैठेगा’
जयराम रमेश ने यह भी साफ कर दिया कि कांग्रेस पार्टी और उसका नेतृत्व अब चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को बदले की राजनीति करार दिया और कहा कि देश की जनता इस सच्चाई को देख रही है और पार्टी इसका विरोध हर स्तर पर करेगी।
निष्कर्षतः, कांग्रेस इस मामले को सिर्फ एक कानूनी प्रक्रिया नहीं मान रही, बल्कि इसे एक गहरी साजिश और राजनीतिक हमला मानकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने जा रही है। पार्टी का इरादा है कि वो इस लड़ाई को सड़कों से लेकर अदालत तक पूरी ताकत से लड़ेगी।