कमर्शियल LPG सिलेंडर हुआ सस्ता, 1 सितंबर से लागू नए दाम
देशभर में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों को लेकर बड़ी राहत की खबर आई है। तेल विपणन कंपनियों ने कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम घटा दिए हैं। अब 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर पर उपभोक्ताओं को 51.50 रुपये तक की बचत होगी। यह बदलाव 1 सितंबर से लागू हो गया है। वहीं, 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू सिलेंडर की कीमतों में कोई भी परिवर्तन नहीं किया गया है।
केवल कमर्शियल सिलेंडर पर कटौती
तेल कंपनियों के अनुसार यह संशोधन सिर्फ 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक सिलेंडरों पर किया गया है। दिल्ली में अब इस सिलेंडर की खुदरा कीमत 1 सितंबर से 1580 रुपये तय कर दी गई है। दूसरी ओर, घरेलू सिलेंडर यानी 14.2 किलोग्राम वाला रसोई गैस सिलेंडर पहले की तरह ही उपलब्ध होगा।
जनवरी से लगातार हो रही है कमी
जानकारी के मुताबिक, जनवरी 2025 से अब तक कमर्शियल गैस सिलेंडरों की कीमतें लगातार कम हो रही हैं। जनवरी में 14.50 रुपये की कमी की गई थी, फरवरी में 7 रुपये की राहत मिली और अब सितंबर में 51.50 रुपये घटाए गए हैं। माना जा रहा है कि आने वाले महीनों में भी सरकार इस पर और कटौती कर सकती है, जिससे कारोबारियों को बड़ी राहत मिलेगी।
घरेलू सिलेंडर पर असर नहीं
हालांकि कमर्शियल सिलेंडरों की दरों में राहत दी गई है, लेकिन घरेलू सिलेंडरों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। फिर भी यह उम्मीद जताई जा रही है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में गैस की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो आने वाले समय में घरेलू उपभोक्ताओं को भी राहत मिल सकती है।
LPG कनेक्शन में जबरदस्त वृद्धि
पिछले एक दशक में घरेलू एलपीजी कनेक्शनों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। अप्रैल 2025 तक यह आंकड़ा करीब 33 करोड़ तक पहुंच जाएगा। यह साफ दर्शाता है कि भारतीय परिवारों में रसोई गैस की अहमियत काफी बढ़ गई है। सरकार ने नए कनेक्शन लेने की प्रक्रिया को आसान बना दिया है, जिसके चलते ज्यादा लोग इस सुविधा से जुड़ रहे हैं।
कारोबारियों के लिए बड़ी राहत
कमर्शियल सिलेंडर की कीमत घटने से होटल, रेस्टोरेंट और छोटे-बड़े खाने-पीने के व्यवसायियों को सीधी राहत मिलेगी। ईंधन की लागत कम होने से उनके मुनाफे में इजाफा हो सकता है। वहीं, घरेलू उपभोक्ताओं को अभी इंतजार करना होगा, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें भी राहत मिल सकती है।
👉 कुल मिलाकर, 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में की गई यह कटौती व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए राहतभरी खबर है।