कोलंबिया में राष्ट्रपति उम्मीदवार पर जानलेवा हमला, हालत गंभीर
दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मिगुएल उरीबे पर चुनाव प्रचार के दौरान गोलीबारी हुई है। इस हमले के बाद देश की राजनीति और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
प्रचार के दौरान अचानक हुआ हमला
घटना उस समय घटी जब मिगुएल उरीबे बोगोटा शहर के फोंतिबोन इलाके में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान एक युवक ने अचानक भीड़ में से निकलकर उनके करीब जाकर उनकी पीठ पर गोली चला दी। हमले के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई और उरीबे को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल में भर्ती, हालत गंभीर
मिगुएल उरीबे को गोली लगने के बाद फौरन हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है और उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। पूरे शहर के अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
हमलावर गिरफ्तार, पूछताछ जारी
इस हमले के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है कि उसके इस हमले के पीछे कोई राजनीतिक मकसद था या निजी दुश्मनी। पुलिस के मुताबिक शुरुआती जांच में यह एक पूर्व नियोजित हमला लग रहा है।
विपक्षी पार्टी से हैं उरीबे
मिगुएल उरीबे कोलंबिया की विपक्षी पार्टी सेंट्रो डेमोक्रेटिको कंजरवेटिव पार्टी से जुड़े हुए हैं। उन्हें आगामी राष्ट्रपति चुनावों में एक मजबूत दावेदार माना जा रहा था। उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही थी और वे कई जनसभाओं के माध्यम से जनता को संबोधित कर रहे थे।
बोगोटा के मेयर ने दी प्रतिक्रिया
घटना के तुरंत बाद बोगोटा के मेयर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हमला शहर के फोंतिबोन क्षेत्र में हुआ है और प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और घटना की जांच तेजी से की जा रही है।
निष्कर्ष
कोलंबिया में इस हमले ने चुनावी माहौल को झकझोर कर रख दिया है। मिगुएल उरीबे पर हुए इस हमले ने देश की सुरक्षा व्यवस्था और राजनीतिक तनाव को उजागर कर दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस हमले की तह तक कैसे पहुंचता है और क्या आने वाले दिनों में राजनीतिक नेताओं की सुरक्षा को लेकर कोई बड़ा कदम उठाया जाता है। जनता को उम्मीद है कि दोषी को जल्द सजा मिलेगी और चुनावी माहौल में फिर से विश्वास बहाल होगा।