Ceasefire Agreement: इज़राइल और हिज़्बुल्लाह के बीच संघर्ष विराम, नए समझौते की शुरुआत
Ceasefire Agreement: इज़राइल और लेबनान के हिज़्बुल्लाह के बीच संघर्ष विराम पर समझौता हो गया है, जिसे अमेरिकी मध्यस्थता से मंजूरी मिली है। यह समझौता एक साल से अधिक समय से चल रहे सीमा पार संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस समझौते को इज़राइल के नेताओं का समर्थन मिला है और हिज़्बुल्लाह के नेताओं ने भी शर्तों के साथ समर्थन व्यक्त किया है, जो लाखों लोगों को विस्थापित और हजारों लोगों की मौत का कारण बने संघर्ष के अंत के रूप में देखा जा रहा है।
समझौते की शर्तें
यह संघर्ष विराम बुधवार को स्थानीय समय अनुसार सुबह 4 बजे से लागू होगा। समझौते के तहत, 60 दिन की युद्धविराम की अवधि तय की गई है। इज़राइली सैनिक दक्षिणी लेबनान से पीछे हटेंगे, जबकि हिज़्बुल्लाह के लडाकू लिटानी नदी के उत्तर तक वापसी करेंगे। क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों और लेबनानी सैनिकों की तैनाती की जाएगी ताकि समझौते का पालन सुनिश्चित किया जा सके। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे “स्थायी युद्धविराम” के रूप में बताया, और एक अंतरराष्ट्रीय पैनल इस समझौते के लागू होने की निगरानी करेगा। हालांकि, इज़राइल ने यह स्पष्ट किया है कि अगर हिज़्बुल्लाह शर्तों का उल्लंघन करता है तो वह अपनी सैन्य कार्रवाई का अधिकार बनाए रखेगा।
हिज़्बुल्लाह का शर्तों के साथ समर्थन
हिज़्बुल्लाह के उपाध्यक्ष महमूद क़माती ने समझौते के प्रति सतर्क आशावाद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि, “हम निश्चित रूप से आक्रामकता का अंत चाहते हैं, लेकिन यह लेबनान की संप्रभुता की कीमत पर नहीं होना चाहिए।” यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने इस समझौते को इज़राइल की सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में एक कदम बताया है।
संघर्ष का प्रभाव
इस संघर्ष ने भारी तबाही मचाई है। इज़राइली हवाई हमलों में 3,700 से अधिक लेबनानी नागरिकों की मौत हो गई, जबकि हिज़्बुल्लाह की रॉकेट हमलों से इज़राइल में हजारों लोग विस्थापित हो गए। हिज़्बुल्लाह को भी भारी नुकसान हुआ, जिसमें उसके नेता हसन नसरल्लाह की हत्या शामिल है। इज़राइल के लिए, यह संघर्ष विराम उसकी सैन्य स्थिति को सुधारने का अवसर है, क्योंकि उसकी सेना गाजा में भी संघर्ष कर रही है।
गाजा का संकट जारी
हालांकि, गाजा का संकट अभी भी हल नहीं हुआ है। हिज़्बुल्लाह की प्रारंभिक भागीदारी गाजा में 2023 के अक्टूबर में हामास द्वारा इज़राइल पर हमले से जुड़ी थी, जो अब तक जारी युद्ध का कारण बनी है। गाजा में इज़राइल की सैन्य कार्रवाई में 44,000 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है, लेकिन इज़राइल के कब्जे में फिलिस्तीनी बंदियों की रिहाई अभी तक संभव नहीं हो पाई है।
फिलिस्तीनी मुद्दा
फिलिस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से फिलिस्तीनी मुद्दे के समाधान की अपील की है, ताकि क्षेत्र में स्थायी शांति संभव हो सके। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, “वास्तविक शांति की दिशा में पहला कदम फिलिस्तीनी सवाल का समाधान करना होगा।”
यह संघर्ष विराम एक अस्थिर राहत प्रदान करता है, लेकिन क्षेत्रीय तनावों का समाधान अभी भी दूर है।