पाकिस्तान के पूर्व मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत के मुसलमानों पर की टिप्पणी, सोफिया कुरैशी का नाम सुनते ही बोलती बंद
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत को निशाने पर लिया। उन्होंने भारत में मुसलमानों के खिलाफ कथित राजनीतिक साजिशों का आरोप लगाया और कश्मीर मुद्दे को उठाया। लेकिन एक अमेरिकी पत्रकार के सवाल ने उनकी सारी बातें उलझा दी और उनकी बोलती बंद कर दी।
सोफिया कुरैशी का नाम सुनकर बिलावल रह गए चुप
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी पत्रकार अहमद फथी ने बिलावल से सवाल किया कि भारत की सेना में ऑपरेशन सिंदूर का नेतृत्व करने वाली अफसर सोफिया कुरैशी भी एक मुसलमान हैं। इस सवाल के जवाब में बिलावल ने इस तथ्य को स्वीकार किया, लेकिन इसके बाद उनकी प्रतिक्रिया बंद हो गई और वे इस विषय पर और कोई टिप्पणी नहीं कर सके। इसके बाद बिलावल ने प्रेस कांफ्रेंस में भारत के मुसलमानों के बारे में कोई बात नहीं की।
कश्मीर मुद्दे पर सीमित बयानबाजी
बिलावल ने कश्मीर को बड़ा मुद्दा बताते हुए कहा कि यह समय चुनौतियों को पार करने का है। हालांकि, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को कश्मीर मामले में बड़ा झटका लगा है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिलावल ने कश्मीर मुद्दे पर ज्यादा विस्तार से बात नहीं की और वहां मौजूद पत्रकारों ने भी इस विषय पर कोई सवाल नहीं पूछा।
आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग का दावा
एक अन्य सवाल के जवाब में बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए तैयार है और इस दिशा में भारत के साथ सहयोग करना चाहेगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में युद्ध किसी के लिए भी फायदेमंद नहीं होगा क्योंकि इससे करोड़ों लोगों की जिंदगी प्रभावित होगी। इसके बावजूद, बिलावल ने भारत पर युद्ध थोपने का आरोप लगाया।
निष्कर्ष
बिलावल भुट्टो की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव को दर्शाती है, लेकिन सोफिया कुरैशी के नाम के सवाल ने उनकी दलीलों को कमजोर कर दिया। इस घटना से साफ होता है कि भारत के मुसलमान भी देश की सुरक्षा और विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं, जो किसी राजनीतिक बयान से प्रभावित नहीं होते।