बिहार के तीन बड़े नेताओं को Y श्रेणी सुरक्षा
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जा रहा है। राज्य सरकार ने तीन प्रमुख नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने का बड़ा फैसला लिया है। अब इन नेताओं को वाई श्रेणी सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है। यह निर्णय राज्य सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया, जिसमें नेताओं की सुरक्षा का विस्तृत आकलन किया गया।
किन नेताओं को मिली सुरक्षा?
सूत्रों के अनुसार जिन तीन नेताओं को Y श्रेणी सुरक्षा दी गई है, उनमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के नेता शामिल हैं। इनमें दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर (भारतीय जनता पार्टी), विधायक राजेश कुमार (कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष) और शांभवी चौधरी (लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास गुट की सांसद एवं बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी) का नाम शामिल है।
समिति की बैठक में लिया गया फैसला
यह फैसला 1 अगस्त 2025 को हुई राज्य सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में राज्य के विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा वर्गीकरण की समीक्षा की गई। समिति ने आकलन किया कि इन तीन नेताओं को संभावित खतरा हो सकता है। इसके बाद गृह विभाग ने राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
चुनावी मौसम में बढ़ी चिंता
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं की सुरक्षा को लेकर सरकार सतर्क हो गई है। आमतौर पर चुनावी माहौल में नेताओं के खिलाफ खतरे बढ़ जाते हैं, ऐसे में सुरक्षा बढ़ाना जरूरी माना जाता है। इस बार खास बात यह है कि सुरक्षा केवल सत्ता पक्ष तक सीमित नहीं है, बल्कि विपक्षी नेताओं को भी उसी स्तर की सुरक्षा दी गई है।
सुरक्षा पर राजनीति नहीं, खतरे का आकलन आधार
सरकार ने साफ कर दिया है कि सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का निर्णय राजनीतिक कारणों से नहीं, बल्कि खतरे के वास्तविक आकलन के आधार पर लिया गया है। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों के नेताओं को Y श्रेणी सुरक्षा देकर सरकार ने यह संदेश दिया है कि सुरक्षा हर नेता का अधिकार है और इसे किसी दल या गुट से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
Y श्रेणी सुरक्षा का मतलब
वाई श्रेणी सुरक्षा में नेताओं को लगभग 11 सुरक्षाकर्मियों का कवच मिलता है, जिनमें कमांडो भी शामिल होते हैं। यह सुरक्षा श्रेणी VIP सुरक्षा व्यवस्था का अहम हिस्सा है। इस श्रेणी का प्रावधान उन नेताओं के लिए किया जाता है, जिन्हें खतरे की आशंका ज्यादा होती है।
निष्कर्ष
बिहार में तीन बड़े नेताओं को Y श्रेणी सुरक्षा मिलने के बाद राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। यह कदम चुनावी मौसम में सुरक्षा को लेकर सरकार की गंभीरता को दर्शाता है। आने वाले समय में और भी नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा की जा सकती है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
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